भोपाल। त्यौहारों के मौसम में मध्यप्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों ने एक बार चिंता बढ़ा दी है। प्रदेश में मात्र दो दिन में पचास के करीब कोरोना के नए केस मिलने से एक बार संक्रमण के बढ़ने का खतरा बढ़ता हुआ दिख रहा है। अगर आंकड़ों की बात करें तो प्रदेश में सोमवार को 8, मंगलवार को 27 और बुधवार को कोरोना के 20 नए केस मिले है। प्रदेश में मंगलवार को कोरोना के 27 नए केस मिले जिसमें 9 इंदौर के, 8 भोपाल के और नरसिंहपुर में 5 नए मामले थे। वहीं बुधवार को एक बार फिर 20 नए केस सामने आ गए है।
अगर कोरोना संक्रमण के ग्राफ को देखा जाए तो उसमें अचानक से उछाल नजर आ रहा है। पिछले सप्ताह तक प्रदेश में कोरोना के नए मामलों की संख्या सिंगल डिजिट में रहती थी लेकिन अचानक से दो दिनों से यह डबल अंक में पहुंच गई है। वहीं राजधानी में मंगलवार को कोरोना संक्रमित की मौत से एक बार फिर खतरे की घंटी बजती हुई दिख रही है।
प्रदेश के इंदौर में मिले कोरोना वायरस के नए वैरिएंट A.Y.4 मिलने के बाद सरकार अलर्ट मोड पर है। सरकार के प्रवक्ता नरोत्तम मिश्रा ने कहा अब तक इस बात का कोई प्रमाण नहीं मिला है कि कोरोना का नया वैरिएंट पहले के वैरिएंट से अधिक घातक है। इसके साथ ही कोरोना का नए वैरिएंट वैक्सीन का असर कम है इसके भी कोई प्रमाण नहीं मिले है। उन्होंने प्रदेश की जनता से घबराने की नहीं कोरोना को लेकर सतर्कता बरतने की अपील की है।
उधर दिल्ली में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मनसुख मंडाविया की अध्यक्षता पर में कोरोना पर मंथन हुआ। जिसमें मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा और स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव मो. सुलेमान शामिल हुए। बैैठक में कोरोना वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ाकर जल्द से जल्द लोगों को वैक्सीन के दोनों डोज लगाने पर जोर दिया गया।