कंपनी ने शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कहा कि कोविड-19 की वजह से लागू लॉकडाउन से अप्रैल में ईंधन उत्पादों की मांग में 46 प्रतिशत की गिरावट आई थी। अप्रैल में पेट्रोल की बिक्री 61 प्रतिशत, डीजल की 56.7 प्रतिशत और विमान ईंधन एटीएफ की बिक्री 91.5 प्रतिशत घटी थी।
कंपनी ने कहा कि पिछले महीने केंद्र और कुछ राज्य सरकारों द्वारा प्रतिबंधों में ढील दिए जाने के बाद मई में पेट्रोलियम उत्पादों की बिक्री कुछ सुधरी। हालांकि, इसके बावजूद मई में बिक्री पिछले साल के समान महीने से 38.9 प्रतिशत कम रही। आठ जून से देश में प्रतिबंधों में और छूट दी जा रही है तथा मॉल और बाजार खुलने जा रहे हैं।
आईओसी ने कहा कि लॉकडाउन में ढील और आर्थिक पैकेज की वजह से अर्थव्यवस्था में सुधार से पेट्रोलियम उत्पादों की बिक्री फिर रफ्तार पकड़ेगी। कंपनी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में हाल में तेजी आई है और साथ ही रुपया भी मजबूत हुआ है। इससे भंडारण और विनिमय दर के नुकसान की काफी हद तक भरपाई हो गई है। (भाषा)