वाट्स्अप पर गत दिनों से 2020 की सबसे महंगी शादी वाला संदेश वायरल हो रहा था। इस संबंध में जब वेबदुनिया ने पड़ताल की तो वायरल संदेश में बहुत-सी तथ्यात्मक जानकारियां फर्जी निकलीं। वहीं पड़ताल में सामने आया कि राजस्थान के भीलवाड़ा के भदादा मोहल्ले के राठी परिवार की ओर से 13 जून को एक शादी समारोह में कोविड-19 के नियमों का उल्लघंन करने से 15 लोग संक्रमित हो गए, एक की मौत हो गई एवं 58 व्यक्ति फेसेलिटी क्वारंटाइन में हैं।
इस मामले में भीलवाड़ा कलेक्टर राजेंद्र भट्ट ने 6 लाख 26 हजार 600 रुपए के जुर्माने के आदेश के साथ तीन दिन में वसूली को भी कहा है। शादी में नियमों की अनदेखी को लेकर भारी जुर्माने का देश में यह पहला मामला है।हालांकि वायरल मैसेज में जुर्माना 11 लाख बताया जा रहा है जबकि हकीकत में जुर्माना 6 लाख 26 हजार 600 रुपए किया गया है।
क्या है वाट्सअप वायरल मैसेज : वाट्सअप पर इन दिनों एक मैसेज वायरल हो रहा है। इस मैसेज में लिखा हुआ है कि भीलवाड़ा में एक शादी में प्रशासन से 50 व्यक्ति की अनुमति लेकर 250 लोगों को बुलाया। दूल्हे सहित एक दर्जन लोग पॉजिटिव निकले व 110 लोगों को आईसोलेशन में भेजा गया। जिला प्रशासन द्वारा आपदा प्रबंधन कानून धारा 51 व आम लोगों का जीवन खतरे में डालने के लिए भादंसं की धारा 188, 269, 270 व 271 में मुकदमा दर्ज किया।
प्रशासन द्वारा प्रत्येक पॉजिटिव मरीज के लिए रुपए 6600 प्रतिदिन के हिसाब से इलाज का खर्च भी जमा करवाने के निर्देश दिए। यह राशि करीब 11 लाख है। प्रशासन का अत्यंत सराहनीय कदम, 2020 की सबसे महंगी शादी।
क्या है मामला : जिला मजिस्ट्रेट भीलवाड़ा के आदेशानुसार भीलवाड़ा शहर के भदादा मोहल्ले में रहने वाले घीसूलाल राठी द्वारा अपने पुत्र रिजुल का विवाह दिनांक 13 जून को आयोजित होने एवं विवाह समारोह में 50 व्यक्तियों के शामिल होने की सूचना दी गई थी। इसके साथ ही प्रस्तुत सूचना पत्र में विवाह समारोह के दौरान कोविड-19 के प्रोटोकॉल पालन करने के लिए भी आश्वस्त किया गया था।
इस आश्वासन के बावजूद 13 जून 2020 को सम्पन्न विवाह समारोह में 50 से अधिक व्यक्तियों को आमंत्रित किया गया था। इसके साथ ही कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन भी सुनिश्चित नहीं किया गया था। इसके कारण आमंत्रित व्यक्तियों में कोरोना महामारी का व्यापक स्तर पर संक्रमण हुआ। इस कारण से विवाह समारोह में शामिल व्यक्तियों में से 19 जून 2020 को प्रथम एवं 27 जून तक कुल 15 लोग कोरोना से पॉजिटिव पाए जा चुके हैं। इसके साथ ही 1 व्यक्ति की मौत भी हो चुकी है।
इस संबंध में तहसीलदार भीलवाड़ा की ओर से पुलिस थाना सुभाष नगर में 22 जून, 2020 को प्रथम सूचना रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई है। इस प्रकार राठी द्वारा राज्य सरकार के कोविड-19 के सबंध में आदेशों, निर्देशों एवं गाइड लाइन का उल्लंघन किया गया है, जो कि राजस्थान पेंडेमिक डिजीज एक्ट 1957, नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट 2005 के प्रावधानों एवं राज्य सरकार के निर्देशों का भी उल्लंघन है।
क्या कहती है सीएचएमओ की रिपोर्ट : रिपोर्ट के अनुसार राठी परिवार भीलवाड़ा की ओर से आयोजित विवाह समारोह में सम्मिलित व्यक्त्यिों में से 15 लोग कोरोना संक्रमित चिकित्सालय में भर्ती हैं। एक व्यक्ति की मृत्यु हो चुकी है। 58 व्यक्ति फेसेलिटी क्वारेंटाइन हैं। इन सबको लेकर राज्य सरकार को आईसोलेशन वार्ड, फेसेलिटी क्वारेंटाइन सेंटर, आवास, भोजन, सेम्पल, जांच, परिवहन, एम्बुलेंस आदि पर व्यय के हिसाब से लगभग 6 लाख 26 हजार 600 रुपए की राजस्व हानि हुई है।
क्या है नियम : कोविड 19 के तहत राज्य सरकार की ओर से जारी नियमों के तहत विवाह संबंधी समारोह के लिए सामाजिक दूरी की अनुपालना के साथ-साथ अधिकतम मेहमानों की संख्या 50 निर्धारित की गई है। इसका उल्लंघन करने पर भारी जुर्माने से दंडित किए जाने का प्रावधान है।
क्या है जुर्माने का आदेश : इस कोरोना संक्रमण के प्रकरण में भीलवाड़ा जिला कलेक्टर राजेंद्र भट्ट ने द राजस्थान पेंडेमिक डिजीज एक्ट 1957, नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट 2005 के प्रावधानों के तहत जिले के नागरिकों की सुरक्षा को लेकर भदादा मोहल्ला निवासी, घीसूलाल राठी पर 6 लाख 26 हजार 600 रुपए के जुर्माने का तहसीलदार भीलवाड़ा को निर्देश दिए हैं। साथ ही यह राशि 3 दिन में वसूल कर मुख्यमंत्री सहायता कोष जिला कलेक्टर भीलवाड़ा के खाते में जमा करवाने को कहा है।
भीलवाड़ा निवासी दीपक चौधरी ने बताया कि भीलवाड़ा के भदादा मोहल्ले के मनोहर लाल राठी के पोते की शादी 13 जून को महेश वाटिका में आयोजित कर की गई थी। इसके बाद ही कोरोना संक्रमण के मामले उनके परिवार में आए थे।
यहीं के निवासी अर्पित जैन ने बताया कि राठी परिवार के सदस्यों में 26 जून की रात को राठी परिवार के एक बुजुर्ग की मृत्यु भी हो गई है। कोरोना संक्रमण के कारण एवं बुजुर्ग की मौत के कारण परिवार बहुत ही सदमे में है। संजय कटारिया ने बताया कि राठी परिवार के सदस्यों में कोरोना फैलने का कारण उनके यहां शादी में दिल्ली से आए उनके एक रिश्तेदार के कारण हुआ था।
वहीं दूसरी ओर राठी परिवार के परिजनों, मित्रों एवं रिश्तेदारों से बातचीत करने पर जानकारी मिली कि वाट्सअप वायरल में उल्लेखित जुर्माने वाली बात गलत है।
इस शादी ने छोड़े सवाल : उल्लेखनीय है कि इसी साल अप्रैल माह में देश के पूर्व प्रधानमंत्री एवं जेडीए प्रमुख एचडी देवगोड़ा के पोते एवं कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमार स्वामी के बेटे निखिल कुमार स्वामी की शादी कर्नाटक के पूर्व आवास मंत्री एम. कृष्णप्पा की पड़पोती रेवती के साथ लॉकडाउन के बीच कर्नाटक में हुई थी। इस हाई प्रोफाइल शादी को लेकर सोशल डिस्टेंस एवं लॉकडाउन के नियमों के उल्लघंन के आरोप भी लगे थे।
इस शादी को लेकर कनार्टक के मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने इसका बचाव करते हुए इसे कोविड के नियमों का पालन करते हुए साधारण एवं सादगीपूर्ण तरीके से संपन्न होना बताया था। इस मामले में लोगों का मानना है कि इस तरह के बड़े मामलों में यदि कार्रवाई की जाती तो भीलवाड़ा जैसी घटना होती ही नहीं। इस तरह के सवालों का जवाब अभी आना शेष है।