ब्रेकथ्रू इंफेक्शन : भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के एक नए अध्ययन में यह पता चला है कि कोविड-19 रोधी टीकाकरण करवाने के बावजूद संक्रमण की चपेट में आने वाले अधिकांश मामलों में संक्रमण की वजह कोरोनावायरस का डेल्टा स्वरूप है। 86.09 फीसदी में संक्रमण की वजह कोरोनावायरस का डेल्टा स्वरूप था और इनमें से महज 9.8 फीसदी मामलों में अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत पड़ी। टीकाकरण के बाद संक्रमण होने को ब्रेकथ्रू इन्फेक्शन कहा जाता है।
फाइजर ने की तीसरी खुराक की बात : जुलाई की शुरुआत में ही वैक्सीन निर्माता कंपनी फाइजर ने कहा था कि वो अमेरिकी और यूरोपीय अधिकारियों से अपने टीके की तीसरी खुराक देने की अनुमति मांगेंगे। कंपनी के अनुसार, इससे लोगों में कोरोना से लड़ने के लिए ज्यादा इम्यूनिटी बनेगी। कंपनी की तरफ से ये भी कहा गया कि वैक्सीन की दो डोज से लोगों को कम से कम 6 महीने तक कोरोना संक्रमण से सुरक्षा मिलेगी।