अधिकारी ने बताया कि टीकाकरण का पूर्वाभ्यास गांधी नगर स्वास्थ्य केन्द्र, एलएन मेडिकल कॉलेज और गोविंदपुरा स्वास्थ्य केन्द्र में किया गया और इसमें करीब 75 स्वास्थ्यकर्मी पहुंचे। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाने के लिए इन स्वास्थ्य केन्द्रों में बुलाया गया और उन्हें डमी टीकाकरण कर 30 मिनट तक केन्द्र में प्रतीक्षा करने को कहा गया, जैसा कि असली टीका लगने के बाद इसका निरीक्षण करने के लिए किया जाएगा।
अधिकारी ने कहा,असली टीका लगने के बाद यदि किसी व्यक्ति को स्वास्थ्य संबंधी कोई परेशानी होती है, तो उसका उपचार तुरंत किया जाएगा। इसलिए टीकाकरण के बाद व्यक्ति को 30 मिनट उसी केन्द्र में रुकना होगा। उन्होंने दावा किया,पूर्वाभ्यास के दौरान सब कुछ ठीक रहा। कोई गड़बड़ नहीं हुई।
कोल्ड चेन के जरिए डमी टीकों को टीकाकरण केन्द्र तक सही समय पर पहुंचाया गया एवं कोविड-19 टीकाकरण के सभी प्रोटोकॉल का पालन किया गया। अधिकारी ने बताया कि योजना के तहत जब भी मध्यप्रदेश में कोविड-19 के टीके लगने की शुरुआत होगी, तो सबसे पहले करीब 20,000 से 25,000 कोरोना योद्धाओं को यह टीका लगाया जाएगा।
मध्यप्रदेश के चिकित्सा शिक्षामंत्री विश्वास सारंग ने गोविंदपुरा स्वास्थ्य केन्द्र में इस पूर्वाभ्यास का निरीक्षण किया। सारंग ने मीडिया से कहा, मैंने गोविंदपुरा स्वास्थ्य केन्द्र में कोविड-19 टीकाकरण के इस पूर्वाभ्यास का निरीक्षण किया। टीकाकरण के लिए सारी सुविधाएं चाक-चौबंद हैं। प्रदेश में टीकाकरण का रोडमैप पूरी तरह से तैयार है।(भाषा)