निशिकांत दुबे, तू मुंबई आ जा समंदर में डुबा डुबाकर मारेंगे, राज ठाकरे का पलटवार

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

शुक्रवार, 18 जुलाई 2025 (23:30 IST)
Raj Thackerays retort on BJP MP Nishikant Dubey: महाराष्ट्र ‍नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे ने भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के पटक-पटककर मारने वाले बयान पर चुनौती भरे अंदाज में कहा कि एक सांसद है वह कहता है कि वह हमें पटक पटक कर मारेगा, तू हमको मारेगा दुबे, तू मुंबई आजा, मुंबई के समंदर में डुबा डुबाकर मारेंगे। 
 
राज ठाकरे ने शुक्रवार को मुंबई के मीरारोड एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मैं महाराष्ट्र, मराठी मानुष और मराठी भाषा की कीमत पर किसी से समझौता नहीं करूंगा। ठाकरे ने सवाल किया क्या हुआ दुबे का? क्या कोई केस हुआ? 56 इंच की छाती लेकर तुम भी घूमो, तुम महाराष्ट्र के मालिक हो। भाजपा सांसद निशिकांत दुबे को निशाने पर लेते हुए मनसे नेता ने कहा कि तू हमको मारेगा दुबे, तू मुंबई आजा, समंदर में डुबा डुबाकर मारेंगे। 
 
फडणवीस को चेतावनी : राज ठाकरे ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को चेतावनी दी कि अगर राज्य में कक्षा एक से पांच तक हिंदी भाषा अनिवार्य की गई तो हम स्कूल बंद कराने से नहीं हिचकिचाएंगे। उन्होंने महाराष्ट्र के लोगों से सतर्क रहने और हिंदी थोपने की सरकार की किसी भी योजना को विफल करने का आह्वान किया। इससे पहले (मनसे के कार्यकर्ताओं ने एक स्थानीय दुकानदार के साथ मारपीट की थी, क्योंकि उसने कथित तौर पर मराठी में बात करने से इनकार कर दिया था।
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... तो हम स्कूल बंद करवा देंगे : हालांकि, फडणवीस ने बृहस्पतिवार को जोर देकर कहा कि सरकार त्रिभाषा नीति जरूर लागू करेगी, लेकिन हिंदी कक्षा एक से पढ़ाई जाए या कक्षा पांच से, इसका फैसला इस मुद्दे का अध्ययन करने के लिए गठित समिति करेगी। राज ठाकरे ने अपने भाषण में फडणवीस को हिंदी थोपने की चुनौती दी। उन्होंने कहा कि जब उन्होंने एक बार कोशिश की थी, तब हमने दुकानें बंद कर दी थीं, और अब अगर हिंदी थोपी गई (कक्षा एक से पांच तक) तो हम स्कूल बंद कराने से नहीं हिचकिचाएंगे। ALSO READ: उद्धव ठाकरे ने निशिकांत दुबे पर किया कटाक्ष, बोले- ऐसे 'लकड़बग्घे' सद्भाव बिगाड़ने की कोशिश कर रहे
 
हिन्दी से पुरानी है मराठी : मनसे प्रमुख ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री हिंदी को अनिवार्य बनाने की कोशिश कर रहे हैं। ठाकरे ने आरोप लगाया कि हिंदी थोपकर सरकार लोगों की प्रतिक्रिया का परीक्षण कर रही है क्योंकि वह अंततः मुंबई को गुजरात से जोड़ना चाहती है। उन्होंने कहा कि हिंदी केवल ‘200 साल पुरानी’ है, जबकि मराठी का इतिहास 2500-3000 साल पुराना है।
 
राज ठाकरे ने आरोप लगाया कि जब गुजरात में बिहार के प्रवासियों को पीटा गया और भगा दिया गया, तो यह कोई मुद्दा नहीं बना, लेकिन महाराष्ट्र में एक छोटी-सी घटना राष्ट्रीय मुद्दा बन जाती है। उन्होंने आजादी के बाद मोरारजी देसाई और वल्लभभाई पटेल के कथित मराठी विरोधी रुख का भी जिक्र किया। राज ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्रवासियों को राज्य में हर जगह मराठी में बोलने पर जोर देना चाहिए और दूसरों को भी यह भाषा बोलने के लिए प्रेरित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हिंदुत्व की आड़ में हिंदी थोपने का प्रयास किया जा रहा है।
 
क्या कहा था दुबे ने? : झारखंड के गोड्डा से सांसद निशिकांत दुबे कहा था कि हिंदी भाषी लोगों को मुंबई में मारने वाले अगर हिम्मत है तो उर्दू भाषियों को मार कर दिखाओ। महाराष्ट्र से बाहर आने की हिम्मत दिखाएं, हम हिंदी का विरोध करने वालों को पटक-पटक कर मारेंगे। (एजेंसी/वेबदुनिया)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala 

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