एक महीने के अंदर पूरी दिल्‍ली में लग सकती है Corona vaccine, अधिकारी ने बताया यह प्लान

गुरुवार, 26 नवंबर 2020 (23:01 IST)
नई दिल्ली। कोरोनावायरस (Coronavirus) टीकाकरण कार्यक्रम के लिए दिल्ली तैयार है और अगर अस्पताल के कर्मचारियों और नर्सों को भी अभियान में शामिल कर लिया जाए तो एक महीने में समूची आबादी का टीकाकरण हो सकता है। दिल्ली के टीकाकरण अधिकारी सुरेश सेठ ने गुरुवार को यह बात कही।

सेठ ने कहा, हमारे पास कोल्ड स्टोरेज के लिए 600 स्थान हैं और बच्चों के टीकाकरण कार्यक्रम के लिए करीब 1800 संपर्क स्थल हैं। टीके के लिए हमारे पास समुचित उपकरण हैं और दो से आठ डिग्री तथा जरूरत पड़ने पर शून्य से 15 डिग्री या 25 डिग्री नीचे के तापमान पर इसे रख सकते हैं। केंद्र सरकार ने आधाभूत ढांचे को मजबूत किया है तथा और उपकरण मुहैया करा रही है।

उन्होंने कहा कि शून्य से 70 डिग्री सेल्सियस नीचे के तापमान में टीके को रखने के लिए उपकरण और आधारभूत ढांचा नहीं है लेकिन हमें नहीं लगता है कि इस संबंध में कोई दिक्कत होगी क्योंकि चरणबद्ध तरीके से टीकाकरण कार्यक्रम चलाया जाएगा।

उन्होंने कहा, अगर हम अस्पताल के कर्मचारियों और नर्सों आदि को शामिल कर लें तो हम एक महीने में समूची आबादी का आसानी से टीकाकरण कर सकते हैं।सेठ ने कहा कि वर्तमान में दिल्ली सरकार स्वास्थ्यकर्मियों के आंकड़े इकट्ठा कर रही है, जो कि सरकार की प्राथमिकता सूची में शीर्ष पर है।

सेठ ने कहा, अगर टीका उपलब्ध हो जाए तो हम महज तीन दिनों में सभी स्वास्थ्यकर्मियों को यह दे सकते हैं। हमारे पास समुचित उपकरण हैं, कोल्ड स्टोरेज भी हैं और हम तैयार हो रहे हैं।विशेषज्ञों ने कहा है कि सुगमता से समूची आबादी के टीकाकरण के लिए दिल्ली में समुचित आधारभूत ढांचा और उपकरण हैं।

राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में कोविड-19 के लिए नोडल अधिकारी डॉ. अजित जैन ने कहा, राष्ट्रीय राजधानी होने के कारण दिल्ली के पास सारे उपकरण और क्षमता हैं। प्रभावी तरीके से टीकाकरण कार्यक्रम चलाने के लिए बस हमें कर्मियों को प्रशिक्षित करने की जरूरत है।

दवा कंपनी फाइजर द्वारा विकसित किए जा रहे कोविड-19 के टीके को शून्य से 70 डिग्री नीचे के तापमान में रखने की जरूरत होगी। हालांकि दवा कंपनी मॉडर्ना ने कहा है कि उसके टीके को शून्य से 20 डिग्री नीचे के तापमान पर रखा जा सकता है। ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के मुताबिक, ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका द्वारा विकसित किए जा रहे टीके को फ्रिज के तापमान पर रखा जा सकता है।

भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के पूर्व महानिदेशक एनके गांगुली ने कहा कि दो से आठ डिग्री सेल्सियस तापमान पर कोविड-19 टीका को भंडारित करने के लिए समूचे देश में पर्याप्त आधारभूत ढांचा है।

उन्होंने कहा, टीके को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने के लिए हमारे पास पर्याप्त संख्या में रेफ्रिजरेटेड वैन हैं।उन्होंने कहा कि देश में केवल भारत बायोटेक के रोटावायरस टीके को शून्य से 20 डिग्री सेल्सियस नीचे के तापमान पर रखने की जरूरत होती है। कंपनी ने इसके लिए व्यवस्था कर रखी है।

उन्होंने कहा कि दवा कंपनी फाइजर भारत जैसे विकासशील देशों के लिए टीका नहीं बना रही। गांगुली ने कहा, फाइजर के टीके की कीमत 1500 डॉलर होगी। भारत में टीके की कीमत 500 रुपए से कम होनी चाहिए।(भाषा)

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