जिला प्रशासन की ओर से शुक्रवार को जारी एक बयान में कहा गया है कि कवायद के तहत, 300 टीकों की एक खेप को जौहर से जाप गांव पहुंचाया गया। यह कार्य, जिसमें वैसे 40 मिनट से अधिक समय लग सकता था, केवल नौ मिनट में पूरा किया गया। टीके स्थानीय सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचाए गए।
जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ दयानंद सूर्यवंशी ने कहा कि यह निजी कंपनियों की मदद से संभव हो पाया। उन्होंने कहा कि यह टीकाकरण अभियान में दूरगामी परिणाम तय करेगा क्योंकि खुराक अब आसानी से उन ग्रामीणों के घर तक पहुंचाई जा सकती है, जिन्हें टीकाकरण केंद्रों तक पहुंचने में मुश्किल होती है। यह कुछ हद तक लोगों के मन से टीकाकरण से जुड़ी भ्रांतियों को दूर करने में भी मदद करेगा।