डॉ. शर्मा ने बताया कि 2 मार्च को राज्य में कोरोना पॉजीटिव का पहला मामला आया था तब राज्य में कोरोना जांच की सुविधा नहीं थी और हमें नमूने पुणे की प्रयोगशाला भेजने पड़े थे। मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन और नेतृत्व में महज दो महीनों में ही प्रदेश में 10 हजार जांच प्रतिदिन करने का लक्ष्य आज पूरा कर लिया।