महाराष्ट्र में बीते रविवार को पिछले 1 महीने से अधिक समय में सबसे ज्यादा संक्रमण के 4,092 मामले आए, वहीं मंगलवार को 3,663 नए मामले आए। पिछले 7 दिनों से रोजाना लगातार 3,000 से ज्यादा मामले आ रहे हैं। मुंबई से 461 मामले आए। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह नागरिकों को फैसला करना है कि क्या वे संक्रमण पर नियंत्रण के लिए फिर से लॉकडाउन का सामना करना चाहते हैं?
उन्होंने कहा कि राज्य के लोगों को इसका फैसला करना है कि वे लॉकडाउन चाहते हैं या कुछ पाबंदी के साथ मुक्त तरीके से रहना चाहते हैं? मास्क पहनें और भीड़-भाड़ करने से बचें अन्यथा फिर से लॉकडाउन का सामना करना पड़ेगा। पिछले कुछ दिनों में संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी के मद्देनजर उन्होंने संभागीय आयुक्तों और जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बैठक कर हालात की समीक्षा की। उन्होंने ज्यादा संक्रमण वाले इलाके में प्रत्येक मरीज के संपर्क का पता लगाने की जरूरत को भी रेखांकित किया।
सीएमओ ने एक बयान में कहा कि राज्य के 36 जिलों में सतारा, सांगली, कोल्हापुर, जलगांव, धुले, बीड़, लातूर, परभणी, अमरावती, अकोला, बुलढाणा, यवतमाल, नागपुर और वर्धा में 4 जनवरी और 15 फरवरी के बीच उपचाराधीन मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई।
बयान में कहा गया कि 9 और 15 फरवरी के बीच पालघर, रायगढ़, रत्नागिरि, पुणे, सतारा, कोल्हापुर, नासिक, अहमदनगर, जलगांव, धुले, औरंगाबाद, बीड़, परभणी, अमरावती, अकोला, वाशिम, बुलढाणा, यवतमाल, नागपुर, वर्धा और चंद्रपुर में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई।
मुंबई की महापौर किशोरी पेडनेकर ने भी आगाह किया कि शहर में कोविड-19 के मामलों के वृद्धि के मद्देनजर महाराष्ट्र सरकार दूसरी बार लॉकडाउन लगाने पर विचार कर सकती है। महापौर ने कहा कि मुंबई में कोविड-19 के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और यह नगर निगम और राज्य सरकार के लिए चिंता की बात है। पेडनेकर ने कहा कि प्राधिकारों ने शहर में स्कूलों को फिर से खोलने पर विचार किया था लेकिन वे फिर से इसकी समीक्षा कर सकते हैं। (भाषा)