मुंबई। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR), यह जानने के लिए मुंबई में एक अध्ययन करवाएगा कि क्या टीबी के टीके (बीसीजी) से बुजुर्गों में कोविड-19 होने से रोका जा सकता है। बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
बीएमसी ने कहा कि सेठ जी एस मेडिकल कालेज, निकाय द्वारा संचालित केईएम अस्पताल और बीएमसी का जन स्वास्थ्य विभाग संयुक्त रूप से आईसीएमआर के लिए इस अध्ययन में भाग लेंगे। अध्ययन में बीमारी की तीव्रता और रोग प्रतिरोधक क्षमता के विकास पर अनुसंधान किया जाएगा।
उसने कहा कि ऐसे साक्ष्य मिले हैं जिनसे पता चलता है कि बच्चों को टीबी की बीमारी से बचाने के लिए दिया जाने वाला बीसीजी का टीका, श्वास नली के अन्य संक्रमण और वायरस जनित बिमारियों से बचाव में भी कारगर है।
मुंबई में कोविड-19 का प्रबंधन संभाल रही बीएमसी ने कहा, ‘बीसीजी टीके ने बुजुर्गों को उम्मीद बंधाई है और यदि यह टीका प्रभावी सिद्ध हुआ तो इससे वयोवृद्ध लोगों की जनसंख्या में बीमारी होने और उससे मौत होने की दर कम होगी।‘
जाएगा। आईसीएमआर इस प्रकार के अध्ययन चेन्नई, अहमदाबाद, भोपाल, जोधपुर और नई दिल्ली में कर चुका है। (भाषा)