अशील ने कहा कि विमान यात्रा में हवा के दबाव और अन्य कारणों से यह संभव नहीं है और विमान यात्रा 3 से 4 घंटे से भी कम की होती है। उन्होंने कहा कि लेकिन वातानुकूलित डिब्बे में जहां लोग चल-फिर सकते हैं, 24 से 48 घंटे रहना ठीक नहीं है।
अशील ने वातानुकूलित यात्रा के सबंध में चिंता प्रकट करते हुए ट्वीट किया था कि आज से चलने वाली ट्रेनें पूरी तरह वातानुकूलित हैं! अगर इनमें कोई संक्रमित यात्री है तो गंतव्य पर पहुंचने से पहले कई लोगों को कोविड-19 संक्रमण हो जाएगा। ट्रेन आज से शुरू हो रही है, मैं थोड़ा चिंतित हूं।