लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस (Corona virus) को थर्ड स्टेज में पहुंचने से रोकने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश के जिन जिलों को लॉकडाउन करने का आदेश दिया था, उनमें आगरा, लखनऊ, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, मुरादाबाद, वाराणसी, लखीमपुर खीरी, बरेली, आजमगढ़, कानपुर, मेरठ, प्रयागराज, अलीगढ़, गोरखपुर और सहारनपुर का नाम शामिल था।
23 मार्च से 25 मार्च तक ये जिले पूरी तरह से लॉकडाउन रहने थे, लेकिन इन सभी जिलों में जनता कर्फ्यू का असर तो दिखा था, लेकिन लॉकडाउन का असर मिलाजुला दिखा। इसके चलते सड़कों पर आवागमन बहुत कम दिखा तो कहीं पर पुलिस की सख्ती के बाद आवागमन बंद हुआ।
लखनऊ : लखनऊ में लॉकडाउन का असर मिलाजुला दिख रहा है, सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। कुछ लोगों को छोड़कर सड़कों पर कोई भी नहीं दिख रहा है और पुलिस भी बेहद सख्त हो गई है। सड़क पर घूमने वाली लोगों को लाठी-डंडे जड़ने का काम भी शुरू कर दिया है। वहीं, प्रदेश सरकार में मंत्री व विपक्ष के नेता भी लोगों से घर में रहने की अपील कर रहे हैं। इसका असर क्षेत्र लोगों में साफ तौर पर देखा जा सकता है।
कानपुर : कानपुर में सुबह लॉकडाउन का असर नहीं दिख रहा था, लेकिन दोपहर होते-होते और पुलिस के चलते लोग अपने-अपने घरों में चले गए और सड़कों पर पुलिस के कर्मचारियों को छोड़कर कोई भी नहीं दिखाई दिया। कानपुर में डीआईजी व जिलाधकारी सड़कों पर फ्लैग मार्च करते हुए नजर आए। उन्होंने लोगों से घर में रहने की अपील की।
प्रयागराज : प्रयागराज में लॉकडाउन का असर दोपहर तक नहीं दिख रहा था, लेकिन फिर भी पुलिस ने बल का प्रयोग करते हुए लोगों को पकड़ना शुरू कर दिया, तब जाकर कहीं सड़कों पर सन्नाटा हुआ। प्रयागराज पुलिस ने क्षेत्राधिकारियों के जरिए क्षेत्र में अनाउंस करवाया है कि धारा 144 लागू है किसी भी प्रकार से उल्लंघन ना करें नहीं तो विधिक कार्रवाई की जाएगी।
गाजियाबाद : गाजियाबाद में लॉकडाउन का असर शहर के अंदर तो साफ तौर पर देखा गया, लेकिन गाजियाबाद से नोएडा के बीच पड़ने वाले हाईवे पर वाहनों की आवाजाही देखी गई। इसके चलते पुलिस और लोगों के बीच कहासुनी भी हुई। दोपहर होते-होते पुलिस ने सख्ती करते हुए जनमानस को लॉकडाउन के अंतर्गत रहने को मजबूर कर दिया। इसके चलते गाजियाबाद-नोएडा के बीच पड़ने वाले हाईवे पर सन्नाटा पसरा रहा।
इसी प्रकार से आगरा, मेरठ, लखीमपुर खीरी, बरेली, आजमगढ़ इत्यादि जगहों पर लॉकडाउन का मिलाजुला असर दिख रहा है, जहां सुबह तक सड़कों पर चहल-पहल रही, वहीं पुलिस की सख्ती के बाद अब सड़कों पर सन्नाटा साफतौर पर देखा जा सकता है।