राजधानी भोपाल में पिछले चार दिनों से हर दिन पांच सौ के करीब संक्रमित मरीज सामने आ रहे है। अगर आंकड़ों की बात करें तो राजधानी भोपाल में पिछले सात दिनों 3200 से अधिक कोरोना संक्रमित नए केस सामने आ चुके है। कोरोना के केस में अचानक से आई इस तेजी के बाद अब राजधानी में मरीजों को इलाज में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अगर राजधानी भोपाल के बीते सात दिनों के आंकड़े को देखे तो 24 मार्च को 398,25 मार्च को 425, 6 मार्च को 460,27 मार्च को 498, 28 मार्च को 469,29 मार्च को 497 और 30 मार्च को 498 संक्रमित मरीज मिले है।
राजधानी भोपाल के डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल में आईसीयू बेड लगभग फुल हो सके है। राजधानी के 13 सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों की कोविड बेड ऑक्यूपेंसी स्टेटस रिपोर्ट के मुताबिक आईसीयू और ऑक्सीजन सपोटेंड बेड करीब-करीब भरे हुए है। राजधानी के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल हमीदिया में कोरोना मरीजों के इलाज के लिए 135 बेड है जो करीब-करीब फुल है। वहीं एम्स में आईसीयू के 30 बिस्तर फुल हो चुके है। वहीं प्राइवेट अस्पतालों में बंसल हॉस्पिटल में सभी 92 बेड भरे हुए है। यहीं हाल कोविड अस्पतालों में शामिल नेशनल और स्मार्ट सिटी अस्पतालों का भी है।
भोपाल सीएमएचओ डॉक्टर प्रभाकर तिवारी के मुताबिक जिल अस्पताल, मेडिकल कॉलेड,एम्स और सभी निजी अस्पतालों को कोविड मरीजों के इलाज के लिए बेड उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए है। हालात के हिसाब से बिस्तरों की संख्या बढ़ाई जाएगी।
सरकार का दावा बेड की कमी नहीं- वहीं दूसरी ओर सरकार का दावा है कि प्रदेश के किसी भी जिले में बेड की कोई कमी नहीं है। बुधवार को कैबिनेट की बैठक के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के सभी कमिश्नर, कलेक्टर, आईजी, एसपी और सीएमएचओ के साथ वर्चुअल बैठक की। बैठक में भोपाल,इंदौर और जबलपुर की विशेष तौर पर कोरोना संक्रमण की स्थिति की समीक्षा की गई।
बैठक के बाद गृहमंत्री ने कहा कि भोपाल और इंदौर के साथ पूरे प्रदेश के किसी भी जिले में अस्पतालों में बेड,ऑक्सीजन बेड,वेंटीलेटर,पीपीई किट और दवाओं की कोई कमी नहीं है और इसको लेकर कोई भ्रम की स्थिति नहीं रहें। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि बैठक में पूरे प्रदेश में कोरोना संक्रमण की स्थिति की समीक्षा में पाया गया है कि संक्रमण की रफ्तार अब थम गई है। बैठक में मुख्यमंत्री ने कोरोना वैक्सीनेशन का दायरा बढ़ाने के लिए जिलों को निर्देश देने के साथ कोरोना के प्रति लोगों को जागरुक करने पर जोर देने की बात कही।