Doctor's advice : क्या करें कि Corona के हमले से बच जाएं...

कोविड-19 (Covid-19) यानी कोरोना वायरस (Corona Virus) का अभी तक कोई न टीका बना है, न ही इसका कोई सटीक उपचार है। अर्थात कह सकते हैं कि सिर्फ बचाव ही इसका एकमात्र इलाज है। बिना डरे, सतर्क रहकर और छोटी-छोटी सावधानियां अपनाकर इस तेजी से फैलने वाले वायरस से बचा जा सकता है।
 
आखिर हम अपनी जीवन शैली में किस तरह के बदलाव ला सकते हैं और वे कौनसी सावधानियां हैं जिन्हें अपनाकर हम कोरोना के कहर से बच सकते हैं। यही बता रहे हैं कोविड-19 अस्पताल चोइथराम के ICU एवं क्रिटिकल केयर के विभागाध्यक्ष और चीफ कंसल्टेंट इन्टेंसिविस्ट डॉ. आनंद सांघी। 
 
डॉ. आनंद सांघी ने वेबदुनिया के साथ खास बातचीत में बताया कोरोना के मद्देनजर हमें अपनी लाइफ स्टाइल में बदलाव लाना होगा। हमें वाइरस के साथ जीने की आदत डालनी होगी। लेकिन, इससे डरने की जरूरत बिलकुल भी नहीं है। इसे भी अन्य बीमारियों की तरह ही लें। हालांकि सतर्कता जरूर बरतें। 
 
सप्लीमेंट का उपयोग : डॉ. सांघी ने बताया कि रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ ही थकान, पैरों में दर्द के लिए बिटामिन ए, सी, डी और बिटामिन बी-12 एवं जिंक आदि की शरीर को जरूरत होती है, जो फलों में पर्याप्त मात्रा में मिलते हैं। इसके साथ ही बिटामिन्स के लिए सप्लीमेंट का भी प्रयोग कर सकते हैं। आईसीएमआर प्रोटोकॉल के तहत अस्पतालों में भी ये सप्लीमेंट दिए जा रहे हैं। हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि किसी भी सप्लीमेंट को बिना डॉक्टर की सलाह के न लें। क्योंकि बॉडी चेकअप के बाद ही डॉक्टर इस तरह की सलाह देते हैं। 
क्या खाएं : डॉक्टर सांघी ने बताया कि मौसमी सब्जी और फलों का सेवन करें। खासकर संतरा, मौसंबी, खरबूजा आदि का उपयोग करें। इनमें पर्याप्त मात्रा में बिटामिन होते हैं। हालांकि इन्हें उपयोग से पहले मीठे सोड़े या नमक के पानी में कुछ समय के लिए रखें। इसके साथ ही इम्युनिटी बढ़ाने के लिए अदरक, हल्दी का भी प्रयोग कर सकते हैं। हल्दी का दूध के साथ सेवन किया जा सकता है। 
 
परंपराओं की ओर लौटें : डॉ. आनंद सांघी ने बताया कि आधुनिकता की चकाचौंध में हम अपनी परंपराओं को भूल गए हैं। उदाहरण के लिए पहले लोग घर में प्रवेश करने से पहले अपने हाथ-पांव धोते थे, अपने जूते-चप्पल बाहर ही उतारते थे। हमें इन आदतों को फिर से अपने जीवन में अपनाना होगा। इसके साथ ही नियमित रूप से व्यायाम करें, प्राणायाम करें। प्राणायाम से हमारे फेफड़े और श्वसन तंत्र मजबूत होगा। 
 
अंत में कुछ छोटी-छोटी सावधानियां : साबुन से हाथ कम से कम 20 सेकंड तक रगड़कर धोएं। इससे वायरस का प्रोटीन एनवलप टूट जाता है। गरारे करें, गरम चीजों का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करें। यदि बाहर काम काम के लिए जाते हैं पहने हुए कपड़ों को फिर से इस्तेमाल न करें। उन्हें एक बार गरम पानी में डालकर धो लें या फिर कम से कम एक दिन के लिए उन्हें धूप में डाल दें। इसके बाद ही उनका उपयोग करें। अपने आंख, नाक और मुंह को पूरी तरह सुरक्षित रखें। मास्क के साथ चश्मा भी पहनें।

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