बेंगलुरु। आईआईएम-बेंगलुरु के पूर्व छात्रों ने देश के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोनावायरस (Coronavirus) कोविड-19 से उबरने, पुनर्वास और रोकथाम की योजनाओं के तहत गरीबों के लिए एक लाख टीके दान करने के मकसद से 'डोनेट ए वैक्सीन' नामक पहल शुरू की है।
उन्होंने कहा, हम सभी को रिबूटिंग, रीइमेजिनिंग और रीकनेक्टिंग इंडिया (फिर शुरुआत करना, फिर कल्पना करना और फिर से जोड़ना) के त्रिआयामी नजरिए को पूरा करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए और चाहे वह स्वास्थ्य का क्षेत्र हो, शिक्षा क्षेत्र हो, कृषि क्षेत्र हो या आर्थिक क्षेत्र हो, सभी क्षेत्रों में हमारी महात्वाकांक्षाओं को हकीकत का रूप देने के लिए आज के समय में तकनीक की बहुत बड़ी भूमिका होगी।