इंदौर। देश में कोविड-19 से सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में शामिल इंदौर में महामारी का प्रकोप इस महीने अपने चरम पर पहुंचता दिखाई दे रहा है। हालांकि प्रशासन ने जिले में महामारी के 60 प्रतिशत नए मामलों के लिए आम लोगों की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया है जिसमें बातचीत के वक्त मास्क का ठीक तरह से इस्तेमाल नहीं किया जाना सबसे प्रमुख है। सार्वजनिक स्थानों और कार्यस्थलों पर ठीक तरह से मास्क नहीं पहनने वाले हर व्यक्ति से मौके पर ही 200 रुपए का जुर्माना वसूलने का प्रावधान किया गया है।
कलेक्टर ने कहा कि फिलहाल शहर की निजी प्रयोगशालाओं में कोविड-19 की हरेक जांच के बदले 3,500 से 4,500 रुपए का शुल्क वसूला जा रहा है। मुख्यमंत्री के निर्देशों के पालन के पहले चरण में तय किया गया है कि महामारी की प्रत्येक जांच के लिए 2,500 से ज्यादा नहीं वसूले जा सकेंगे। इसमें जांच कराने वाले व्यक्ति के घर से नमूना लिए जाने का शुल्क भी शामिल होगा। महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए प्रशासन ने जिले में पाबंदियों में ढील के सिलसिले को भी रोक दिया है।