साउथ प्वाइंट स्कूल के 40 पूर्व विद्यार्थियों के समूह- ‘प्वाइंटर्स हू केयर्स’ के पास प्रथम चरण में सामान पहुंचाने के लिए 15 पूर्व अध्यापकों-अध्यापिकाओं की सूची थी, जिनमें दीपाली सिन्हा रॉय (89) का नाम भी शामिल है।
अंग्रेजी की पूर्व शिक्षिका अनिंदिता सेन ने कहा कि आमतौर पर स्थानीय दवा दुकानदार हमारे घर दवा पहुंचाते हैं, लेकिन इस बार उन्होंने हमारा फोन उठाना भी बंद कर दिया। मेरे पूर्व विद्यार्थी हमारे बचाव के लिए आगे आए। सेन और उनके पति जोधपुर पार्क में रहते हैं। सेन को मधुमेह और उनके पति को पार्किंसन बीमारी है। वे एक दिन भी दवा के बगैर नहीं रह सकते। (भाषा)