मायावती ने बाबा साहब डॉक्टर भीमराव आंबेडकर की जयंती पर एक बयान में कहा कि देश में इस वर्ष फिर से कोविड-19 महामारी की रफ्तार बढ़ने की वजह से जो लोग पलायन कर अपने-अपने राज्यों में लौटने का मन बना रहे हैं या लौट रहे हैं, उन्हें वहीं रोककर वहां की राज्य सरकारें उनके रहने और खाने की समुचित व्यवस्था करे। वरना ये लोग कोरोना महामारी की चपेट में आ सकते हैं। इसे रोकने के लिए केंद्र की सरकार भी राज्य सरकारों की मदद करे।
मायावती ने सरकार से सभी गरीबों और जरूरतमंदों को कोविड-19 का टीका मुफ्त लगाने की मांग दोहराते हुए कहा कि सरकार ने टीका लगवाने को लेकर 14 अप्रैल तक टीकाकरण उत्सव मनाने का विशेष अभियान चलाया है। यह अच्छी बात है लेकिन अगर यह उत्सव देश के गरीब एवं अन्य सभी जरूरतमंदों को मुफ्त में टीका लगाने के रूप में मनाया जाता तो यह ज्यादा उचित होता। उन्होंने कहा कि बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की जयंती पर वह सरकार से अनुरोध करती हैं कि वह देश के सभी वर्गों और जरूरतमंद लोगों को मुफ्त में कोविड-19 का टीका लगाने का आज ही एलान करे।
बसपा अध्यक्ष ने डॉक्टर आंबेडकर की जयंती पर उन्हें नमन करते हुए कहा कि पिछले वर्ष की तरह इस बार भी कोविड-19 प्रकोप के चलते बसपा के कार्यकर्ता सभी सरकारी नियमों का अनुपालन करते हुए सादगी से जयंती कार्यक्रम मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज का दिन बसपा के लिए इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि आज ही के दिन जातिवादी, रूढ़िवादी और संकीर्ण मानसिकता रखने वाली पार्टियों और ताकतों का मुकाबला करने और आंबेडकर के मिशन को आगे बढ़ाने के लिए बसपा का गठन किया गया था।
उन्होंने दावा किया कि बसपा बाबा साहब के मिशन को आगे बढ़ाते हुए पूरे जी जान से लगी हुई है जिसके लिए हमें बाबा साहब की सोच के मुताबिक केंद्र और राज्यों में तथा अन्य सभी स्तर पर राजनीतिक सत्ता की 'मास्टर चाबी' खुद अपने हाथों में लेनी होगी। इसी खास मकसद से ही बसपा का गठन किया गया है। मुझे पूरी उम्मीद है कि बसपा के लोग बाबा साहब के सपने को जरूर साकार करेंगे। (भाषा)