वहीं, लॉकडाउन के कारण बड़ी संख्या में जो मजदूर और कामगार दीगर राज्यों से पैदल चलकर अथवा अन्य साधनों से चंबल घाटी के मुरैना और भिंड पहुंचे हैं, उनके खाने-पीने व उनके गंतव्य स्थानों पर भेजने की व्यवस्था घाटी के समाजसेवी और व्यापारी पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों से समन्वय बनाकर दिन रात सेवा में जुटे हैं।
चंबल के हजारों लोग मजदूरी अथवा रोजगार की तलाश में गुजरात, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश के अलावा विभिन्न राज्यों में गए हुए थे, जो लॉकडाउन के चलते वापस आ रहे हैं। (वार्ता)