कोरोना वायरस महामारी के प्रसार पर अंकुश के लिए लागू लॉकडाउन के तीसरे चरण के समाप्त होने से पांच दिन पहले राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि संकट के इस दौर में ‘लोकल’ ने ही हमें बचाया है। स्थानीय स्तर पर निर्मित उत्पादों ने ही आगे बढ़ने का रास्ता दिखाया है, हमें इसे ही अपने आत्मनिर्भर बनने का मंत्र बनाना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘मेक इन इंडिया’ को सशक्त बनाना है। यह सब आत्मनिर्भरता, आत्मबल से ही संभव होगा। उन्होंने कहा कि समय की मांग है कि भारत हर प्रतिस्पर्धा में जीते, सरकार जो आर्थिक पैकेज घोषित कर रही है उसमें अनेक प्रावधान किए गए हैं, इससे क्षमता बढ़ेगी, गुणवत्ता बेहतर होगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि एक वायरस ने पूरी दुनिया को तहस-नहस कर दिया, सारी दुनिया जिंदगी बचाने की जंग में जुटी है। यह मानव जाति के लिए अकल्पनीय है। उन्होंने कहा कि हमें बचना भी है और आगे बढ़ना भी है। हमें अपना संकल्प और मजबूत करना होगा यह इस संकट से भी विराट होगा।
भारत में 25 मार्च को काम-धंधे और आवागमन पर राष्ट्रव्यापी रोक लगा दी गई थी ताकि कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम की जा सके। लॉकडाउन के तीसरे चरण को 17 मई तक बढ़ाया गया है। हालांकि इससे पूर्व 20 अप्रैल से काम-धाम के लिए कुछ ढील दी गई। कोरोना से देश में संक्रमित लोगों की संख्या 70 हजार से ऊपर पहुंच गई है और 2 हजार से अधिक लोगों की मौत हुई है।