चेन्नई। कोरोनावायरस वैश्विक महामारी को अप्रत्याशित और सदी में एक बार आने वाला संकट करार देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश ने अपने वैज्ञानिकों और आमजन की मदद से आत्मविश्वास के साथ इसका सामना किया। राजग सरकार के बारे में मोदी ने कहा कि इस सरकार का स्वभाव सुधार करना है और यह सरकार प्रतिबंधात्मक नहीं, बल्कि उत्तरदायी है।
उन्होंने ड्रोन एवं भू-स्थानिक और बुनियादी ढांचा सहित विभिन्न क्षेत्रों में किए गए सुधारों का भी जिक्र करते हुए यहां अन्ना विश्वविद्यालय के 42वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कोविड-19 को ऐसा अप्रत्याशित और एक सदी में एक बार आने वाला संकट करार दिया जिसके निपटने की कोई तय नियमावली नहीं थी। उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी ने हर देश की परीक्षा ली है।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने अपने संबोधन में राज्य में शिक्षा के माहौल की सराहना की और कहा कि यह राज्य उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले लोगों की संख्या के मामले में सबसे अलग नजर आता है। इस कार्यक्रम में राज्यपाल आरएन रवि, केंद्रीय राज्य मंत्री एल. मुरुगन और तमिलनाडु के उच्च शिक्षामंत्री के पोनमुडी भी शामिल हुए। समारोह में छात्रों को डिग्री और मेडल दिए गए।(भाषा)