भोपाल। मध्यप्रदेश में तेजी से बढ़ती कोरोना मरीजों की संख्या एक बार फिर डराने लगी है। कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित और लंबे समय तक हॉटस्पॉट रहे इंदौर में एक बार नए मरीजों का आंकड़ा तेजी से बढ़ता जा रहा है। गुरुवार को इंदौर में 219 नए केस सामने है जो इस साल अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इंदौर में लगातार बढ़ती मरीजों की संख्या के बाद आज जिला क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी की बैठक होने जा रही है जिसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी।
वहीं इंदौर में लगातार मामले बढ़ने के बाद अब सरकार नाइट कर्फ्यू लगाने पर भी फैसला कर सकती है। गौरतलब है कि पिछले दिनों कोरोना समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल और इंदौर में कोरोना के केसों की संख्या में बढ़ोत्तरी होने पर नाइट कर्फ्यू लगाने की बात कही थी। ऐसे में अब जब इंदौर में लगातार कोरोना के केस बढ़ते जा रहे है तब नाइट कर्फ्यू पर फैसला हो सकता है।
वहीं अगर राजधानी भोपाल की बात करें तो गुरुवार को भोपाल में कोरोना के नए केसों में कुछ कमी देखी गई और कुल 52 नए मरीज पाए गए। राजधानी भोपाल में जिला प्रशासन लगातार लोगों से मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील कर रहा है। लोगों को मास्क लगाने के लिए प्रशासन बड़े स्तर पर रोको-टोको अभियान चला रहा है।
विधायकों के पॉजिटिव होने के बाद अब 15 मार्च से विधानसभा की कार्यवाही शुरु होने पर सख्ती बरतने के साथ स्क्रीनिंग के बिना किसी को एंट्री नहीं दी जाएगी। विधानसभा के प्रमुख सचिव एपी सिंह के मुताबिक अब रैपिड एंटीजन टेस्ट की व्यवस्था की गई है और किसी को थोड़ा सा लक्षण होने पर वह तो तुरंत अपने टेस्ट कराए और कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करे।