Omicron से देश में फिर लगेगा लॉकडाउन? केंद्र ने राज्यों को किया अलर्ट, कई जगह नाइट कर्फ्यू लगा
बुधवार, 22 दिसंबर 2021 (11:06 IST)
नई दिल्ली। 5 दिन में ओमिक्रोन के केस डबल होने के बाद देश में एक बार फिर लॉकडाउन की आशंका गहराने लगी है। देश में ओमिक्रॉन के तेजी से बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र ने राज्यों को अलर्ट जारी कर दिया। राज्य भी अब पहले से ज्यादा सतर्क नजर आ रहे हैं। कई स्थानों पर न्यू ईयर फंक्शंस पर संकट के बादल नजर आ रहे हैं तो कई जगहों पर एक बार फिर नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है।
भारत के 15 राज्यों में ओमिक्रॉन के अब तक कुल 213 मरीज सामने आए हैं। दिल्ली में सबसे ज्यादा 57 मरीज है तो महाराष्ट्र 54 संक्रमितों के साथ दूसरे नंबर पर है। तेलंगाना (24), कर्नाटक (19), राजस्थान (18), केरल (15) और गुजरात (14) में भी हालात चिंताजनक नजर आ रहे हैं।
केंद्र की चेतावनी : इस बीच केंद्र सरकार ने राज्यों को चेतावनी देते हुए हुए कहा कि कोरोना से सबसे ज्यादा घातक साबित हुए डेल्टा वेरिएंट के मुकाबले ओमिक्रॉन कम से कम 3 गुना ज्यादा संक्रामक है। केंद्र ने राज्यों को ओमिक्रॉन के प्रति अलर्ट करते हुए इससे रोकथाम के उपाय करने को कहा है।
राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को लिखे पत्र में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने परीक्षण और निगरानी बढ़ाने के अलावा रात में कर्फ्यू लगाने, बड़ी सभाओं का सख्त नियमन, शादियों और अंतिम संस्कार कार्यक्रमों में लोगों की संख्या कम करने जैसे रणनीतिक निर्णय को लागू करने की सलाह दी।
कर्नाटक में जश्न पर पाबंदी : कोविड-19 की स्थिति और कोरोनावायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट के बढ़ते मामलों को ध्यान में रखते हुए कर्नाटक सरकार ने 30 दिसंबर से 2 जनवरी तक राज्य में किसी भी पार्टी या समागम की अनुमति नहीं देने का फैसला किया है। अपार्टमेंट में भी पार्टी या डीजे का कार्यक्रम नहीं होगा। हालांकि क्लबों और रेस्तराओं को 50 फीसद क्षमता तक के साथ चलने की अनुमति दी गई है।
गुजरात में नाइट कर्फ्यू : त्योहारी सीजन में संक्रमण तेजी से फैलने की आशंका के बीच गुजरात सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए 8 बड़े शहरों में 31 दिसंबर तक नाइट कर्फ्यू को बढ़ा दिया है। कोरोनावायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच गुजरात सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। अहमदाबाद, राजकोट, सूरत, वडोदरा, जामनगर, भावनगर, गांधीनगर और जूनागढ़ में पाबंदियां लगाई गई।
ऑक्सीजन से वेंटिलेटर तक कैसी है तैयारी? : स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने हाल ही में संसद में दिए एक बयान में कहा था कि दवाओं का बफर स्टॉक रखा गया है। ऑक्सीजन संयंत्रों की क्षमता बढ़ाई जा चुकी है। आज 48,000 वेंटीलेटर राज्यों के पास भेजे गए हैं। वेंटीलेटर की खराबी की शिकायतें पहले मिली हैं जिन्हें देखते हुए तय किया गया कि जिस राज्य को भी वेंटीलेटर दिए गए, वह लिखित में उसके बारे में हमें प्रमाण-पत्र दे। आज 48,000 वेंटीलेटर के बारे में राज्यों से सकारात्मक रिपोर्ट हमें मिल चुकी है। हम राज्यों को वेंटीलेटर देते हैं। राज्य अस्पतालों को वेंटीलेटर मुहैया कराते हैं।
उन्होंने बताया कि दूसरी लहर में ऑक्सीजन की मांग तेजी से बढ़ी। हमने ऑक्सीजन का उत्पादन बढ़ाया। औसतन 1000 से 1500 टन की मांग अचानक बढ़ी और 9000 टन की मांग पूरी करने की व्यवस्था की गई। विमान, ट्रेन, जहाजों से भी ऑक्सीजन की आपूर्ति की गई। विदेश से भी जरूरत के अनुसार ऑक्सीजन मंगवाई गई।
क्या है राहत की बात : भले ही देश में ओमिक्रोन के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं लेकिन राहत की बात यह है कि देश में 77 मरीज ठीक भी हो चुके हैं। अधिकांश मरीजों में लक्षण कम या नहीं पाए गए हैं।