यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड में टीकाविज्ञान की प्रोफेसर साराह गिलबर्ट ने कहा, आज की घोषणा हमें ऐसे वक्त के और करीब ले जाती है जब हम कोविड-19 से होने वाली तबाही को समाप्त करने के लिए टीकों का उपयोग कर सकते हैं।
उन्होंने कहा, हम नियामकों को विस्तृत जानकारी देते रहेंगे। इस बहुराष्ट्रीय प्रयासों का हिस्सा रहना सम्मान की बात है जिससे पूरी दुनिया को फायदा होगा। विश्वविद्यालय के अनुसार ब्रिटेन, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका में विभिन्न जातीय और भौगोलिक समूहों के 24,000 से अधिक प्रतिभागियों पर अध्ययन चल रहा है।
इसके अलावा भारत, अमेरिका, केन्या और जापान में भी आगे के परीक्षण चल रहे हैं और इस साल के अंत तक परीक्षण में कुल 60,000 प्रतिभागियों को शामिल किया जा सकता है।
इस बीच ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा, यह बहुत ही उत्साहजनक खबर है कि ऑक्सफोर्ड टीका परीक्षणों में इतना कारगर साबित हुआ है। आगे भी और सुरक्षा संबंधित परीक्षण जारी है लेकिन ये बहुत ही शानदार नतीजा है।