भावुक मोदी ने कहा कि कोरोना से हमारी लड़ाई आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता की रही है। हेल्थ वर्कर्स को याद करते हुए मोदी की आंखें छलक गईं। उन्होंने कहा कि हमारे सैकड़ों साथी ऐसे भी हैं, जो कभी घर लौटे ही नहीं। ऐसे लोगों ने दूसरों के जीवन को बचाने के लिए अपना जीवन दांव पर लगा दिया। उन्होंने कहा कि ऐसे में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को पहला टीका लगाकर समाज अपना ऋण चुका रहा है।
उन्होंने कहा कि भारत का कोरोना टीकाकरण अभियान दुनिया का सबसे बड़ा अभियान है। इतने बड़े स्तर पर पहले कभी भी टीकाकरण अभियान नहीं चलाया गया। उन्होंने कहा कि भारत में पहले चरण में ही 3 करोड़ लोगों का टीकाकरण हो रहा है। यह अभियान कितना बड़ा इसका अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि दुनिया के कई देशों की आबादी ही 3 करोड़ से कम है।