नई दिल्ली। भारत बायोटेक ने मंगलवार को कहा कि उसने कोरोनावायरस की संभावित वैक्सीन कोवाक्सिन के तीसरे चरण के परीक्षण के लिए 13,000 स्वयंसेवकों की भर्ती की है। कंपनी ने बताया कि इस चरण के लिए वह विभिन्न स्थानों से कुल 26,000 लोगों की भर्ती करेगी।
भारत बायोटेक ने एक बयान में बताया कि पहले और दूसरे चरण के चिकित्सकीय परीक्षणों में लगभग 1,000 लोगों पर कोवाक्सिन के असर की जांच की गई थी। भारत बायोटेक ने भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) के सहयोग से यह वैक्सीन देश में ही विकसित की है।