कैटरिंग कर्मचारियों के लिए जोनल मुख्यालयों को दिशा निर्देश भी जारी किए थे जिसमें कहा गया कि बुखार, खांसी, जुकाम या सांस लेने में मुश्किल होने की शिकायत करने वाले किसी भी कर्मचारी को भारतीय रेलवे में भोजन बनाने से जुड़े किसी भी काम में तैनात न किया जाए।