जयपुर। राजस्थान में वैश्विक महामारी कोरोनावायरस (Coronavirus) के गुरुवार को 886 नए मामले सामने आए जबकि 11 कोरोना और मरीजों की मौत हो गई। चिकित्सा निदेशालय की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में कोरोना के नए मामले सामने आने से संक्रमितों की संख्या बढ़कर 33 हजार 220 पहुंच गई वहीं 11 लोगों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 594 हो गई।
नए मामलों में सर्वाधिक 243 मामले जोधपुर जिले मे, अलवर में 133, राजधानी जयपुर में 95, पाली में 54, अजमेर में 43, सीकर में 42, बीकानेर एवं कोटा मे 41-41, भरतपुर में 36, नागौर में 28, डूंगरपुर में 17, श्रीगंगानगर में 15, बाड़मेर में 12, उदयपुर में 11, बारां में 10, बूंदी में 9, चुरू में 6, बांसवाड़ा और सिरोही में पांच-पांच, सवाई माधोपुर में तीन, जैसलमेर, टोंक एवं झालावाड़ में दो-दो, चित्तौड़गढ़ एवं झुझुनू में एक-एक नया कोरोना संक्रमित मरीज सामने आए है।
संक्रमितों की एक चार महीने की अबोध बच्ची भी शामिल है। जैतसर में आढ़त के व्यापारी के परिवार में पिछले सप्ताह शादी थी। शादी करने के लिए यह परिवार उत्तरप्रदेश के कानपुर गया था। बस में करीब दो दर्जन व्यक्ति गए थे। जैतसर में आज जो 11 व्यक्ति संक्रमित पाए गए हैं, उनका इन्हीं से संबंध पाया गया है।
व्यापारी के परिवार की दो तीन महिलाओं सहित 6-7 व्यक्तियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। शादी समारोह से वापस आने के पांच दिन बाद व्यापारी का कोरोना सैंपल लिया गया था, जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। यह व्यापारी कानपुर से वापस आने के बाद होम क्वॉरेंटाइन में नहीं रहा बल्कि अपनी दुकान और बैंकों में जाता रहा। यही नहीं उसने विवाह के उपलक्ष में जैतसर में करीबियों को मिठाई के डिब्बे भी बांटे। अपने घर पर एक छोटी-सी पार्टी का आयोजन भी किया, जिसमें कई लोग शामिल हुए।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के अनुसार 11 संक्रमितों में इस व्यापारी की दुकान पर काम करने वाला एक कर्मचारी भी शामिल है। व्यापारी के पड़ोस के परिवार की चार महीने की बच्ची भी संक्रमित हो गई है, जिसे इस व्यापारी के परिवार के एक युवक ने दो- तीन बार गोद में लेकर खिलाया था। लिहाजा यह विवाह समारोह जैतसर कस्बे पर बड़ा भारी साबित हो रहा है।
रेंडम और क्लस्टर सैंपल : राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा है कि राज्य में जहां भी कोरोना पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़ रही है, वहां रेंडम और क्लस्टर सेंपलिंग के जरिए जांच का दायरा बढ़ाया जाएगा। इसकी शुरुआत सबसे पहले जोधपुर से की जाएगी।