इसमें कहा गया कि दवा के प्रभाव और सुरक्षा संबंधी निगरानी देश की स्वास्थ्य निगरानी इकाई करेगी। हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन का दशकों से मलेरिया के उपचार में इस्तेमाल किया जा रहा है और अब यह दवा तमाम चिंताओं के बावजूद कोरोना वायरस के उपचार में भी इस्तेमाल की जा रही है।