कानपुर। आईआईटी कानपुर के प्रो. महेंद्र वर्मा और प्रो. राजेश रंजन के साथ उनकी टीम ने कोविड-19 संक्रमण को लेकर एक बार फिर बयान जारी किया है। उन्होंने कहा है कि भारत में संक्रमण मई के पहले सप्ताह में अपने चरम पर पहुंच गया था और वर्तमान में कुछ राज्यों को छोड़कर कोविड-19 संक्रमण में भारी गिरावट आई है और अब देश में कोविड-19 की दूसरी लहर की गति धीमी हो रही है।
आईआईटी कानपुर के प्रो. राजेश रंजन ने कोविड-19 संक्रमण को लेकर बताया है कि भारत में संक्रमण मई के पहले सप्ताह में अपने चरम पर पहुंच गया था। वर्तमान में कुछ राज्यों को छोड़कर इसमें भारी गिरावट आ रही है। भारत में कोविड-19 की दूसरी लहर की गति धीमी हो रही है। विभिन्न हस्तक्षेप व प्रयासों के कारण देश में पीक 8 मई के मुकाबले दैनिक मामलों की औसत संख्या इसके मूल्य का लगभग 60 फीसदी हो गई है। परीक्षण सकारात्मकता दर (पीटीआर) भी 8 मई को लगभग 23 फीसदी के उच्च मूल्य से घटकर लगभग 12 फीसदी हो गई है, जो दैनिक परीक्षण क्षमता में वृद्धि के कारण है। मृत्युदर (सीएफआर) बढ़कर लगभग 1.7 फीसदी हो गई है, लेकिन सक्रिय संक्रमणों कमी के साथ जल्द ही इसके कम होने की उम्मीद है।
उन्होंने बताया कि गोवा, कर्नाटक, केरल, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, ओडिशा व पूर्वोत्तर राज्यों में उच्च टीपीआर दर 20 फीसदी से अधिक है जबकि उत्तरप्रदेश, दिल्ली, गुजरात, बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, तेलंगाना व उत्तराखंड में टीपीआर दर 10 फीसदी से कम है। न्यूनतम सीएफआर दर वाले राज्य ओडिशा 0.2 फीसदी, केरल 0.5 फीसदी तथा उच्चतम खतरनाक सीएफआर वाले राज्य दिल्ली 9 फीसदी और महाराष्ट्र 3.7 फीसदी है।
कुछ राज्यों में संक्रमण का पीक आना है बाकी : प्रो. राजेश रंजन ने कोविड-19 संक्रमण को लेकर बताया है कि भारत में अधिकतर राज्यों में पीक संक्रमण का आ चुका है लेकिन अभी भी अगर हम आंकड़ों पर नजर डालें तो पश्चिम बंगाल, ओडिशा व सभी पूर्वोत्तर राज्यों में अभी पीक आना बाकी है और यहां पर भी तेजी के साथ संक्रमण बढ़ेगा और उतनी ही रफ्तार के साथ नीचे गिरेगा।
पूर्वानुमान के लिए लांच की वेबसाइट : प्रो. राजेश रंजन और प्रो. महेंद्र वर्मा कोविड-19 को लेकर देशभर के जिलावार पूर्वानुमान विवरण प्रदान करने के लिए 'कोविड-19 भविष्यवाणी मॉडल' पर काम करते हुए निरंतर पूर्वानुमान जारी कर रहे हैं। इस संदर्भ में दैनिक पूर्वानुमानों के लिए एक वेबसाइट (https://covid19-forecast.org) भी लॉन्च की है। वेबसाइट के माध्यम से टेस्ट दर, पॉजिटिविटी दर, मृत्युदर व भविष्य की स्थिति को लेकर पूर्वानुमान लगाया जा सकता है।