मथुरा। उत्तर प्रदेश के औरैया का निवासी एक टैक्सी चालक अपर मुख्य सचिव के हस्ताक्षर से जारी फर्जी प्रमाण पत्र पर गुड़गांव के आधा दर्जन मजदूरों को कई गुना अधिक भाड़े पर इलाहाबाद ले जाते पकड़ा गया है। पूछताछ में खुलासा हुआ है कि एक दिन पूर्व ही उसका एक अन्य साथी चालक कुछ मजदूरों को इलाहाबाद पहुंचाकर आ चुका है।
पुलिस ने उसके खिलाफ धोखाधड़ी एवं महामारी अधिनियम के नियमों का उल्लंघन करने का मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया है। पुलिस ने बताया कि जिन मजदूरों को वह उस फर्जी पास के सहारे इलाहाबाद पहुंचाने का प्रयास कर रहा था, उन्होंने भी उसके विरुद्ध धोखाधड़ी करने का मामला दर्ज कराया है।
मथुरा के पुलिस अधीक्षक श्रीशचंद्र ने बताया, बुधवार को मैं स्वयं राष्ट्रीय राजमार्ग के गश्ती दल एवं कोसीकलां थाना पुलिस के साथ हरियाणा सीमा पर स्थित कोटवन पुलिस चैकी के चेकपोस्ट पर पहुंचा तो कुछ ही देर में दिल्ली की ओर से एक सफेद इनोवा कार आती दिखाई दी।
जिस पर अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी द्वारा जारी पास की प्रति लगी हुई थी। जिसके आधार पर उसने उसे निकल जाने देने के लिए कहा।उन्होंने बताया, मुझे इसमें कुछ गड़बड़ लगा। क्योंकि मैं जानता था कि अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी सामान्यतः हिन्दी में हस्ताक्षर करते हैं, जबकि उस पास पर अंग्रेजी में हस्ताक्षर किए गए थे।
पुलिस ने मनोज कुमार के खिलाफ फर्जी तरीके से कागजात तैयार करने, धोखाधड़ी करने, तय दर से अधिक मूल्य वसूलने, लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करने का मामला दर्ज किया गया है। इसके साथ ही उन मजदूरों (श्याम सुंदर, अवधेश, विनोद कुमार निवासी इलाहाबाद तथा संजय, बालकिशन, राकेश निवासी प्रतापगढ़) ने धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है।