भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण के लगातार कम होते मामलों के अब प्रदेश को किस तरह अनलॉक किया जाए इस पर सरकार ने काम करना शुरु कर दिया है। आज कैबिनेट के बैठक से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रियों के साथ प्रदेश को अनलॉक करने की प्रक्रिया पर मंथन किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश को एक जून से चरणबद्ध तरीके से अनलॉक किया जाएगा,अनलॉक के लिए विस्तृत गाइलाइन 30 मई को जारी की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर कोरोना की तीसरी लहर को रोकना है तो प्रदेश को अनलॉक करने की प्रक्रिया तय करनी होगी और सबको एक साथ नहीं खोल सकते। मुख्यमंत्री ने कहा कि अनलॉक में अगर सामिजक,धार्मिक, राजनीतिक आयोजन के साथ शादी विवाह जैसे बड़े कार्यक्रम शुरु हो गए तो फिर कोरोना के केस बढ़ जाएगें जैसा कि पहले हुआ था,इसलिए सबको एक साथ नहीं खोला जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर इसलिए आई क्योंकि पहली लहर के बाद सिंतबर में जब 2700 केस और कोविड कंट्रोल हुआ तब नवंबर में लोग निश्चिंत हो गए और नवंबर से सब तरह के बड़े आयोजन चालू हो गए और कोरोना संक्रमण बढ़ने के साथ-साथ कोरोना विस्फोट हो गया और कोरोना की दूसरी लहर आ गई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कहा कि प्रदेश को किस प्रकार अनलॉक किया जाए इसके लिए मंत्रिमंडल के सदस्यों की एक सब कमेटी बनाई जाएगी और उसकी सिफारिश पर अनलॉक में प्रदेश को धीरे-धीरे खोला जाएगा। अनलॉक को लेकर सरकार 30 मई को विस्तृत गाइडलाइन जारी करेगी।
अनलॉक की गाइडलाइन से पहले खुद लोगों को राय ली जाएगी। इसके लिए जिलों के प्रभारी मंत्री जिला क्राइसिस मैनेंजमेंट कमेटी के साथ ब्लॉक और गांव और वार्ड की क्राइसिस मैनेंजमेंट कमेटी से राय लेकर अनलॉक के लिए मंत्रियों की सब कमेटी को दी जाएगी।
इसके साथ अनलॉक और उसके बाद अन्य प्रबंध और निगरानी के मंत्रियों की पांच सब कमेटी बनाई जाएगी। इसमें अनलॉक की प्रक्रिया का निर्धारित करने के लिए मंत्रियों की समिति,कोविड अनुकूल व्यवहार की समिति,कोरोना वैक्सीनेशन के लिए समिति,अस्पतालों के प्रबंधन के लिए समिति और ऑक्सीजन और दवाओं की उपलब्धता के लिए समिति बनेगी।
प्रदेश में काबू में कोरोना-वहीं प्रदेश में कोरोना की रफ्तार पर अब ब्रेक लग गया है। पिछले 24 घंटे में प्रदेश में कोरोना के 2422 नए केस मिले है वहीं इस दौरान 7373 केस मरीज स्वस्थ हो हुए। प्रदेश में कोरोना का रिकवरी रेट 92.68 हो गया है। वहीं प्रदेश में 15 जिले ऐसे है जहां पॉजिटिव केस 10 से कम है वहीं भिंड और आगरमालवा में तो सिर्प एक-एक केस मिला है। वहीं प्रदेश के 34 जिलों की पॉजिटिविटी रेट सात फीसदी से कम है।