दूसरी लहर से मिला सबक-वहीं डॉक्टर रमन गंगाखेडकर कहते हैं कि कोरोना की दूसरी लहर के बाद अब तीसरी लहर का मुकाबला करने के लिए डरने की नहीं सबक लेने की जरूरत है। अब हमको बिना समय गवाएं बड़े-बड़े कोविड केयर सेंटर बनाने होंगे। अस्पतालों की कोविड अस्पताल के रुप में बदलना होगा और दवाईयां और ऑक्सीजन का इंतजाम करना होगा। कोरोना की दूसरी लहर में जितनी तेजी से मरीज बढ़ रहे है उसमे मरीजों को अस्पताल में बेड के साथ ऑक्सीजन और दवाईयां भी नहीं मिल पा रही है। इसलिए अब हमें सबक लेते हुए इन संसाधनों को दुरुरस्त करना होगा। इसके साथ अस्पतालों में मरीजों की संख्या को भी सीमित करना होगा। अभी हमारे पर संभलने का मौका है अगर सरकार का साथ दें तो जीत जाएंगे।
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कोरोना की तीसरी लहर को लेकर डॉक्टर रमन गंगाखेडकर कहते हैं कि अगर आपने मास्क पहने के साथ कोरोना संयमित व्यवहार का सही तरीके से पालन कर रहे है तो आप बहुत हद तक संक्रमण से बच सकते है। कोरोना वायरस से नए वेरियंट और म्यूटेशन से हमको डरने की नहीं बल्कि अलर्ट रहने की जरुरत है। भले ही कोई वेरियंट आए मास्क हमको बहुत हद तक बचा सकता है। वहीं वैक्सीन भी कोरोना वायरस से हमारी सुरक्षा करेगी। वैक्सीन लगाने का असर यह होगा कि अगर कोई संक्रमण की चपेट में आएगा तो बहुत माइल्ड इंफेक्शन होगा और बहुत हद तक उसको अस्पताल नहीं जाना पड़ेगा।