इस घोषणा की वजह से अब उन देशों में टीके की लाखों खुराक पहुंचाने के काम को गति मिल जानी चाहिए, जो संयुक्त राष्ट्र समर्थित कोवैकस प्रयास में शामिल हैं। इसके तहत दुनिया के सबसे ज्यादा संवेदनशील इलाकों और लोगों तक टीके पहुंचाए जाएंगे।
दवा और चिकित्सा उत्पादों तक पहुंच के लिए डब्ल्यूएचओ की सहायक महानिदेशक डॉक्टर मारियांजेला सिमाओ ने कहा कि अब तक जिन देशों तक टीके की पहुंच नहीं हो पाई थी, अब वहां भी स्वास्थ्य कर्मियों और संक्रमण के बेहद खतरे का सामना कर रहे लोगों को टीके लग सकेंगे। (भाषा)