दहशत में दुनिया, WHO ने चीन से मांगे कोरोना पर आंकड़े

शनिवार, 31 दिसंबर 2022 (09:57 IST)
संयुक्त राष्ट्र/जिनेवा। चीन की ओर से ‘शून्य-कोविड’ नीति में ढील दिए जाने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या में हुई भारी वृद्धि से दुनियाभर में दहशत का माहौल है। इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने एक बार फिर बीजिंग से नियमित तौर पर संक्रमण संबंधी वस्तविक आंकड़ा साझा करने का आग्रह किया है।
 
वैश्विक स्वास्थ्य एजेंसी ने चीन के स्वास्थ्य अधिकारियों से कहा है कि वे जीनोम अनुक्रमण के अलावा कोविड-19 के चलते अस्पताल में भर्ती होने वालों, जान गंवाने वालों और टीका लगवाने वालों से जुड़ा डेटा साझा करें।
 
संक्रमितों की संख्या में भारी वृद्धि के मद्देनजर कोविड-19 की स्थिति पर और जानकारी प्राप्त करने तथा डब्ल्यूएचओ की विशेषज्ञ एवं अन्य सहायता की पेशकश करने के लिए चीन और विश्व स्वास्थ्य संगठन के अधिकारियों के बीच एक उच्च स्तरीय बैठक हुई।
 
डब्ल्यूएचओ ने एक बार फिर चीन से महामारी की स्थिति पर विशिष्ट और वास्तविक समय के आंकड़ों को नियमित रूप से साझा करने के लिए कहा है। इसमें जीनोम अनुक्रमण का अतिरिक्त डेटा और संक्रमण के कारण अस्पताल में भर्ती होने वालों, आईसीयू में इलाज हासिल करने वालों, वायरस से दम तोड़ने वालों और टीके लगवाने वालों से संबंधित आंकड़े शामिल हैं।
 
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अधिक संवेदनशील लोगों को गंभीर संक्रमण और मौत से बचाने के लिए टीकाकरण और एहतियाती खुराक लगवाने के महत्व को दोहराया है।
 
बैठक में चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग और राष्ट्रीय रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र के उच्च अधिकारियों ने महामारी, इसके स्वरूप की निगरानी, टीकाकरण, क्लिनिकल देखभाल, संचार और अनुसंधान एवं विकास के क्षेत्रों में चीन की रणनीति और उसके कार्यों के बारे में डब्ल्यूएचओ को जानकारी दी।

चीन ने ब्रिटेन आने वालों को देनी होगी रिपोर्ट : ब्रिटेन ने चीन में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में तेज वृद्धि के बीच वहां से आने वाले यात्रियों पर पाबंदियां लगा दी हैं। 5 जनवरी 2023 से चीन से ब्रिटेन आने वाले यात्रियों को यात्रा से पहले कोविड-19 की नेगेटिव जांच रिपोर्ट दिखानी होगी, जो प्रस्थान के समय से दो दिन से ज्यादा पुरानी नहीं होनी चाहिए।
 
चीन से स्कॉटलैंड, वेल्स या उत्तरी आयरलैंड के लिए कोई सीधी उड़ान नहीं है, लेकिन फिर भी सरकार ने कहा है कि वह जल्द से जल्द पूरे यूनाइटेड किंगडम (यूके) में इन पाबंदियों का कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के लिए इन क्षेत्रों के साथ काम कर रही है।
Edited by : Nrapendra Gupta 

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