पुणे। कोरोनावायरस (Coronavirus) के कारण पिछले साल लागू हुए देशव्यापी लॉकडाउन के चलते घरेलू हिंसा, परिवार के सदस्यों द्वारा गाली-गलौच, मनोवैज्ञानिक विकार, भावनात्मक आवेग की महिलाओं की शिकायतें और अन्य समस्याएं बढ़ गई हैं।
हालांकि परामर्शकों का कहना है कि वे पिछले कुछ महीनों से ऐसी प्रवृत्ति देख रहे हैं जिसमें पुरुष पत्नी के साथ संबंधों में तनाव और काम से संबंधित तनाव जैसी कई दिक्कतों की शिकायतें कर रहे हैं, क्योंकि महामारी की दूसरी लहर के दौरान पाबंदियों के कारण बड़ी संख्या में पेशेवर घर से काम कर रहे हैं।
प्रकोष्ठ की सहायक पुलिस इंस्पेक्टर सुजाता शानमे ने कहा कि उन्हें 2020 में कुल 2,074 शिकायतें मिलीं। उन्होंने कहा, इनमें से 1,283 शिकायतें महिलाओं ने की, जबकि 791 शिकायतें पुरुषों ने की। 2021 में अप्रैल तक हमें महिलाओं से 729 और पुरुषों से 266 शिकायतें मिलीं।
उन्होंने कहा कि ऐसी अवधारणा है कि ऐसे प्रकोष्ठ और हेल्पलाइन आमतौर पर महिलाओं पर केंद्रित होते हैं, लेकिन लॉकडाउन ने इसे बदल दिया और पुरुषों को भी एक मंच मिल गया है, जहां वे अपनी भावनाएं साझा कर सकते हैं।(भाषा)