यह भारत के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में किसी भी टीम का Lowest Total था। जहाँ भारतीय फैन्स यह सब देखकर खुश हो रहे थे कि चलो, भारतीय टीम ने साल की शुरुआत तो बड़े ही खतरनाक तरीके से की है, साउथ अफ्रीकी गेंदबाजों ने उनकी खुशियों में पानी फेर दिया और भारतीय टीम को 153 पर All Out कर दिया।
153-4 के स्कोर से सीधे 153-10 के स्कोर पर टीम इंडिया के आते आते धड़ाधड़ विकेट गिरे और क्रिकेट इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ कि टेस्ट में किसी टीम के आखरी 6 विकेट 0 पर आए। South Africa के कप्तान डीन एल्गर (Dean Elgar) ने भारतीय समयानुसार दोपहर 1:32 बजे टॉस जीता था और शाम 7:39 बजे दोबारा बल्लेबाजी के लिए उतर आए। इसी दौरान केपटाउन में 20 विकेट गिर चुके थे।
साउथ अफ्रीका ने अपनी दूसरी पारी में स्टंप्स होते होते 17 Over में 62-3 रन बनाए और इसी तरह एक दिन में 23 विकेट गिरे। बल्लेबाजों की आलोचनाएं होती रही लेकिन यहाँ कसूरवार न्यूलैंड्स की पिच भी थी। न्यूलैंड्स की पिच पर इतना तेज उछाल था जो निश्चित रूप से आईसीसी मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड की निशाने पर आएगा। यह सब देख सभी के मैं में 2 बड़े सवाल थे :
पहला : टेस्ट क्रिकेट कहाँ जा रहा है ?
दूसरा : क्या यह पिच टेस्ट क्रिकेट के लिए सही थी? क्या यह पिच गेंद और बल्ले को समान रूप से फेवर कर रही थी?
इस पिच पर इतना बाउंस था कि बल्लेबाजों का टिकना मुश्किल हो रहा था। दिन के अंत में उछाल इतना ज्यादा बदल रहा था कि बल्लेबाजों को कंधे से लेकर पेट तक गेंद लगी। अगर यह मैच इंडिया में होता और अगर कुछ ऐसा ही घरेलु मैदान में होता तो आलोचकों का शिकार बन गया होता, जैसे अहमदाबाद की टर्निंग पिच। हालांकि दिन के अंत तक पिच को लेकर भारतीय प्रशंसकों और एक्सपर्ट्स द्वारा कई ट्वीट किए गए।