सर्वकालिक सर्वश्रेष्ठ वनडे टीम बनी एशिया की सरताज पर छिटका विश्व का ताज

साल 2023 में भारतीय वनडे टीम ने अपने प्रदर्शन में आमूलचूल परिवर्तन किए। टीम में एक ऐसा संतुलन दिखा जो ना ही साल 2003 की टीम में दिखा था ना ही 2011 की वनडे विश्वकप विजेता टीम में दिखा था। इसके बावजूद भी भारतीय वनडे क्रिकेट टीम इतनी दुर्भाग्यशाली रही कि वह अपने घर में ही खेले जा रही वनडे विश्वकप से महरूम रह गई। आईए जानते हैं वनडे क्रिकेट में भारत का सफर कैसा रहा।

चमका शुभमन सितारा, जड़ा दोहरा शतक

भारतीय टीम ने जनवरी से ही वनडे विश्वकप की तैयारियां शुरु कर दी थी। 10 साल से आईसीसी ट्रॉफी का इंतजार कर रही टीम को इस बार विश्वकप चाहिए था क्योंकि यह कप भारत में ही हो रहा था।

जनवरी में भारत की टीम श्रीलंका से अपने घर में भिड़ी। इसमें भारत ने 3-0 से पड़ोसियों को धोया। भारत के लिए विराट कोहली अंतिम मैच में मैन ऑफ द मैच और सीरीज रहे लेकिन शुभमन ने शतक लगाकर बड़े खिलाड़ी की झलकियां दी।

इस ही महीने टीम इंडिया न्यूजीलैंड से अपने घर में भिड़ी। पहले मैच में शुभमन ने दोहरा शतक ठोक कर रिकॉर्ड्स की झड़ी लगा दी। अंतिम मैच में भी उन्होंने शतक जड़ा। इस सीरीज को भी भारत 3-0 से जीत गई लेकिन शुभमन जैसा सितारा टीम इंडिया को मिला और फैंस उनको प्रिंस यानि कि विराट कोहली का उत्तराधिकारी मानने लग गए।

फिर मिली 10 विकेट से हार, स्टीव स्मिथ की कप्तानी लाजवाब  

2 वनडे सीरीज जीतकर जब भारत मार्च में ऑस्ट्रेलिया से भिड़ी तो सामने ऑस्ट्रेलिया थी जिसकी कमान कार्यवाहक कप्तान स्टीव स्मिथ के हाथ में थी। पहला वनडे ऑस्ट्रेलिया को 5 विकेटों से हराकर टीम बेहद मजबूत स्थिती में थी।   लेकिन इसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 10 ओवरों के भीतर ही 10 विकेटों से मात देकर चौंकाया।

यह लगातार चार साल में भारत को मिली चौथी 10 विकेट से हार थी। वनडे में 2020 में भी ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 10 विकेट से हराया था।तीसरे वनडे मैच में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को स्पिन के जाल में उलझाकर 21 रनों से रोमांचक मुकाबला जीता। 2-1 से सीरीज जीतकर ऑस्ट्रेलिया को विश्वकप के लिए सही खुराक मिली और भारत को यह सीरीज जमीन पर ले आई।

वेस्टइंडीज से मिली सीरीज जीत में रही चीनी कम

जुलाई में टीम इंडिया ने कैरिबियाई दौरा किया। वेस्टइंडीज पहली बार वनडे विश्वकप में जगह नहीं बना पाई थी ऐसे में माना जा रहा था कि भारत 3-0 से जीतेगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

पहले मैच में भारत बमुश्किल मामूली सा स्कोर 5 विकेट खोकर पा सका। दूसरे मैच में भारतीय बल्लेबाजी जब ढही और इंडीज 6 विकेट से मैच जीत गई तो फैंस ने सिर धुन लिया। तीसरे मैच में भले ही भारत 200 रनों से मैच जीता लेकिन इस सीरीज जीत में चीनी कम रही।

पाक को दिखाई औकात, लंका ढहाकर जीता एशिया कप

सितंबर में शुरु हुए एशिया कप के पहले मैच में जब भारत पाकिस्तान के खिलाफ 266 रनों पर ऑल आउट हुई तो फैंस ने टीम को खासा लताड़ा। इसके बाद नेपाल ने भारत के सामने 230 रन बनाए तो लगा यह टीम आगे क्या करेगी। लेकिन भारत ने सुपर 4 से एक अलग तरह की क्रिकेट खेली।

सुपर 4 में भारत ने पाक को आमने सामने के मुकाबले में वनडे क्रिकेट की सबसे बड़ी हार थमाई। श्रीलंका के खिलाफ भारत लड़खड़ाया लेकिन गेंदबाजों ने वापसी कराते हुए 41 रनों से मैच जीताकर टीम को फाइनल का टिकट दिलाया। अंतिम मैच में भारत बांग्लादेश से 6 रनों से मैच हार बैठी।

फाइनल में भारत ने मेजबान श्रीलंका को कहीं का ना छोड़ा। मोहम्मद सिराज ने 6 विकेट लेकर लंका को 50 पर समेट दिया और 10 विकेट से भारत ने यह मैच जीतकर 5 साल बाद एशिया कप जीता। अब टीम विश्वकप के लिए एक दम तैयार लग रही थी। क्योंकि इस टूर्नामेंट में सभी चोटिल खिलाड़ी जैसे बुमराह, श्रेयस अय्यर और केएल राहुल की वापसी हुई थी।

ऑस्ट्रेलिया से किया हिसाब चुकता

साल के शुरु में ऑस्ट्रेलिया से मात खाने वाली भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को सितंबर के महीने में ही  2-1 से वनडे सीरीज हराई। हालांकि इस सीरीज में  ऑस्ट्रेलिया के ज्यादातर खिलाड़ी बाहर थे और दोनों ही टीमों ने इन तीनों मैचों को अभ्यास मैच के तौर पर लिया।

11 लगातार वनडे विश्वकप मैच जीतकर बनाया रिकॉर्ड पर हारे फाइनल

5 अक्टूबर से शुरु हुए भारतीय टीम वनडे विश्वकप में एक अलग ही टीम लग रही थी। भारत ने शुरुआती मैच में ही ऑस्ट्रेलिया को 6 विकेट से हराकर बिगुल बजा दिया। इसके बाद अफगानिस्तान से टीम को 8 विकेट से आसान जीत मिली। चिर प्रतिद्वंदी पाकिस्तान को टीम ने एकतरफा मुकाबले में 7 विकेट से हराया। इतने ही अंतर से जीत भारत को बांग्लादेश से भी मिली।

न्यूजीलैंड के खिलाफ विराट कोहली सचिन की बराबरी करने से चूक गए लेकिन 4 विकेट की जीत से टीम को बहुत आत्मविश्वास मिला। इंग्लैंड के खिलाफ टीम ने कम स्कोर पर भी 100 रनों से जीत अर्जित की। भारत ने इसके बाद श्रीलंका को 302 रनौं से रौंदा।

5 नवंबर को विराट कोहली ने अपने जन्मदिन के दिन सचिन तेंदुलकर के 49 वनडे शतकों की बराबरी की। भारत दक्षिण अफ्रीका से यह मैच 243 रनों से जीता। दिवाली के दिन भारत ने नीदरलैंड्स को 160 रनों से हराकर , लीग मैचों में नंबर 1 बनने का गौरव पाया।

सेमीफाइनल में भारत का मुकाबला एक बार फिर न्यूजीलैंड से था। इस बार भारत ने 2019 नहीं होने दिया और वानखेड़े में पहाड़ जैसा स्कोर बनाकर न्यूजीलैंड को 70 रनों से हरा दिया।

इस मैच में विराट कोहली ने 50वां वनडे शतक लगाकर सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड तोड़ दिया। सेमीफाइनल में भारत ने लगातार 11वां मैच जीतकर 2003 विश्वकप  के लगातार 10 मैचों की जीत के रिकॉर्ड को तोड़ दिया।

हालांकि फाइनल में आकर टीम इंडिया लड़खड़ा गई और ऑस्ट्रेलिया ने नरेंद्र मोदी स्टेडियम की धीमी पिच को पढ़कर गेंदबाजी चुनी। भारत की ओर से सिर्फ विराट कोहली और केएल राहुल ही अर्धशतक बना पाए। पूरी टीम 240 रनों पर सिमट गई।

शुरुआत में गेंदबाजों ने जरूर सफलता दिलाई लेकिन शतकवीर ट्रेविस हेड ने भारत को मैच में वापस आने ही नहीं दिया और ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 6 विकेट से हराकर वनडे विश्वकप जीत लिया।

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यह संभवत कई खिलाड़ियों जैसे विराट कोहली, रोहित शर्मा, और मोहम्मद शमी का आखिरी वनडे विश्वकप था। इस विश्वकप में भारत की ओर से इनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी रहा। विराट कोहली ने सर्वाधिक 765 रन बनाए और उनको मैन ऑफ द टूर्नामेंट का अवार्ड मिला। रोहित शर्मा 498 रनों के साथ दूसरे स्थान पर रहे और मोहम्मद शमी ने सर्वाधिक 23 विकेट लिए।

दक्षिण अफ्रीका में यंगिस्तान ने लहराया तिरंगा

वनडे विश्वकप के बाद भारत ने कुछ युवा चेहरों को मौका दिया। सांइ सुदर्शन रिंकू सिंह और रजत पाटीदार का वनडे डेब्यू हुआ। अर्शदीप सिंह को वनडे टीम में मौका दिया और उन्होंने पहले ही मैच में बताया कि वनडे विश्वकप में उन्हें शामिल ना करके टीम ने कितनी बड़ी भूल की।

पहले में 5 और अंतिम में 4 विकेट लेकर अर्शदीप सिंह इस सीरीज के मैन ऑफ द सीरीज रहे।  सांइ सुदर्शन ने लगातार 2 मैचों में बतौर सलामी बल्लेबाज अर्धशतक जड़े और कुल 127 रन बनाए। लंबे समय तक बुरे फॉर्म से जूझ रहे संजू सैमसन ने आखिरकार वनडे में अपना पहला शतक जड़ा।

अक्षर पटेल ने भी प्रभावित किया और हो सकता है वह रविंद्र जड़ेजा का विकल्प बनें। ऐसा ही कुछ केएल राहुल के लिए कहा जा सकता है जिनका बल्ला तो खास नहीं बोला पर कप्तानी ने अगले  स्थायी विकल्प बनने के संकेत दे दिए हैं। कुल मिलाकर इस युवा टीम ने विश्वकप की खिताबी हार पर साल के अंत में मलहम लगाए।

"साल 2023 में भारत ने 27 एकदिवसीय मैच जीते हैं और 7 मैच हारे हैं, एक मैच बारिश के कारण रद्द हुआ।"

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