आईसीसी ने बयान में कहा कि ब्रेथवेट पर खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ की आईसीसी की आचार संहिता की धारा 2.8 के उल्लंघन का दोषी पाया गया, जो एक अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान 'अंपायर के फैसले के खिलाफ नाराजगी जताने' से संबंधित है।
इसके अलावा ब्रेथवेट के अनुशासनात्मक रिकॉर्ड में 1 डिमैरिट अंक जुड़ गया है, जो सितंबर 2016 में संशोधित संहिता के आने के बाद उनका दूसरा अपराध है। ब्रेथवेट के अब 2 डिमैरिट अंक हैं। ब्रेथवेट से जुड़ी यह घटना मैच के 42वें ओवर में घटी, जब उन्होंने गेंदबाजी के दौरान वाइड दिए जाने का अंपायर के फैसले का विरोध किया था।