मैनचेस्टर। भारत और पाकिस्तान के बीच विश्व कप के सबसे बड़े मुकाबले में कप्तान विराट कोहली के आउट होने का मामला बहस का विषय बन गया है। मोहम्मद आमिर की बाउंसर पर खुद को बचाने के चक्कर में उन्होंने बल्ला घुमाया। हालांकि जब गेंद सरफराज के पास पहुंची, तब उसने बल्ले का किनारा नहीं लिया था।
विराट बाउंसर से बचने के लिए नीचे झुके थे और बल्ला घुमाया था। बल्ले की लचक में आवाज हुई और विराट को लगा कि गेंद और बल्ले का संपर्क हुआ। अंपायर ने उन्हें आउट भी नहीं दिया था, लेकिन वे खुद ही मैदान से पैवेलियन की ओर चल दिए। ड्रेसिंग रूम में पहुंचने के बाद टीवी पर यह पता चला कि वे नॉटआउट थे। स्निकोमीटर पर सामने आया कि गेंद को बल्ले ने छुआ भी नहीं था।
ड्रेसिंग रूम में धोनी ने भी विराट को बताया कि वे नॉटआउट थे। फिर धोनी ने विराट से बल्ला लिया और वे उससे हवा में शॉट खेलकर यह बताने की कोशिश करते रहे कि कभी-कभी बल्ले की ग्रिप से भी आवाज आ जाती है। जब धोनी बल्ला घुमाकर विराट को आवाज सुना रहे थे, तब वे कौतूकता से उसे देख रहे थे।
वैसे पाकिस्तानी खिलाड़ी चाहते तो मैच में ईमानदारी का परिचय देकर विराट को वापस बुला सकते थे, लेकिन उन्होंने ऐसा किया नहीं। विराट कोहली 65 गेंदों पर 77 रन बनाने में सफल रहे। उनका विकेट 47.4 ओवर में 314 पर गिरा। पाकिस्तानी क्रिकेटरों को अच्छी तरह पता था कि यदि विराट मैदान पर रहेंगे तो हो सकता है कि स्कोर 350 के पार पहुंच जाए, इसीलिए उन्होंने बेईमानी से उन्हें आउट कर डाला।