सभी कप्तानों के 'कप्तान' हैं महेंद्र सिंह धोनी...

मंगलवार, 28 मई 2019 (18:47 IST)
कोलकाता सुरेश रैना का मानना है कि महेंद्र सिंह धोनी भले ही कागजों पर कप्तान नहीं हों लेकिन जो एक बार कप्तान बनता है वह हमेशा कप्तान रहता है। टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के तीन साल बाद 2017 में धोनी ने एकदिवसीय और टी20 अंतरराष्ट्रीय टीम की कप्तानी भी छोड़ दी थी लेकिन इसके बावजूद भारतीय टीम की रणनीति में धोनी की अहम भूमिका रहती है और इस बात को कप्तान विराट कोहली तक स्वीकार कर चुके हैं।
 
अपने परिवार के साथ नीदरलैंड में छुट्टियां मना रहे रैना ने कहा, कागजों पर वह कप्तान नहीं हैं, लेकिन मुझे लगता है कि वे मैदान पर विराट के लिए कप्तान हैं। उन्होंने कहा, उनकी भूमिका अब भी वही है। वह विकेट के पीछे से गेंदबाजों के साथ संवाद करते हैं, क्षेत्ररक्षकों को सजाने में भी जिम्मेदारी निभाते हैं। 
 
इंडियन प्रीमियर लीग में धोनी की अगुआई वाली चेन्नई सुपरकिंग्स के अहम सदस्य रैना ने कहा, वह कप्तानों के कप्तान हैं। जब धोनी विकेट के पीछे होते हैं तो विराट आश्वस्त महसूस करते हैं। उन्होंने हमेशा यह स्वीकार किया है। रैना ने हालांकि कहा कि यह कोहली के लिए बड़ा विश्व कप होगा।
 
उन्होंने कहा, वह आश्वस्त खिलाड़ी और कप्तान हैं। यह उनके लिए बहुत बड़ा विश्व कप है। वह अपनी भूमिका को अच्छी तरह जानते हैं। उन्हें अपने खिलाड़ियों को आत्मविश्वास देने की जरूरत है। सभी चीजें हमारे पक्ष में नजर आ रही हैं। इरादा सकारात्मक होना चाहिए। यह विश्व कप जीतने के लिए सर्वश्रेष्ठ टीम है। 
 
रैना ने साथ ही कहा कि हार्दिक पांड्या आगामी विश्व कप में भारत के लिए अहम खिलाड़ी होंगे। उन्होंने कहा, वह अच्छा क्षेत्ररक्षण और बल्लेबाजी कर सकते हैं और साथ ही छह से सात ओवर गेंदबाजी कर सकते हैं। स्वच्छंद होकर खेलने के लिए उन्हें प्रबंधन से आत्मविश्वास की जरूरत है। अगर वह आईपीएल के आत्मविश्वास के साथ विश्व कप में उतरते हैं तो पासा पलट सकते हैं। 
 
धोनी की अगुआई में 2011 विश्व कप जीतने वाली टीम के सदस्य रैना ने कहा, मुझे लगता है कि इस विश्व कप में वे भारत के सबसे महत्वपूर्ण खिलाड़ी होंगे। अगर हमने अंतिम चार में जगह बनाई और उन्हें टूर्नामेंट के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का पुरस्कार मिला तो मुझे हैरानी नहीं होगी। 
 
भारत को अपने पहले अभ्यास मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ छह विकेट से हार का सामना करना पड़ा और रैना का मानना है कि टीम को बाएं हाथ के तेज गेंदबाजों के खिलाफ बल्लेबाजी करते हुए सतर्क रहने की जरूरत है। रैना ने हालांकि कहा कि पहले अभ्यास मैच में हार बुरी नहीं है।
 
उन्होंने कहा, अब हम एकजुट हो सकते हैं और संयोजन ढूंढ सकते हैं। मुझे लगता है कि यह भारतीय टीम के लिए अच्छी है। विश्व कप में 10 टीमों को राउंड रोबिन लीग में एक दूसरे के खिलाफ खेलना है, जिससे यह सबसे प्रतिस्पर्धी टूर्नामेंट में से एक लग रहा है।
 
रैना ने कहा, भारत सेमीफाइनल में जगह बनाएगा। लीग में हमारे पास नौ मैच हैं। संयोजन के बारे में सोचने के लिए काफी समय है। अच्छी शुरुआत करना काफी महत्वपूर्ण है। ऐसा होता है तो हमें कोई नहीं रोक सकता। रैना ने कहा कि भारत को तीन तेज गेंदबाजों के साथ चाइनामैन कुलदीप यादव और बाएं हाथ के स्पिनर रविंद्र जडेजा की जोड़ी को उतारना चाहिए।
 
उन्होंने कहा, मैं चाहता हूं कि कुलदीप और जडेजा तीन स्तरीय तेज गेंदबाजों के साथ खेलें और हार्दिक को मिलाकर छह स्तरीय गेंदबाजों का विकल्प हो। रैना ने हालांकि स्वीकार किया कि भारत का मध्यक्रम थोड़ा कमजोर नजर आता है। उन्होंने हालांकि कहा कि धोनी स्थिति के अनुसार, चौथे या पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी कर सकते हैं।

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