धवन की चोट के कारण राहुल को विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ रोहित के साथ पारी का आगाज करना पड़ा। रोहित ने राहुल को पहली स्ट्राइक लेने दी जबकि धवन के होने पर वे खुद ऐसा करते हैं। उन्होंने कहा, केएल को स्ट्राइक लेना पसंद है और मैं ने उन्हें दी, क्योंकि मैं चाहता था कि वे सहज होकर अपने हिसाब से खेलें।
उन्होंने कहा, वे सलामी बल्लेबाज के रूप में यहां पहला मैच खेल रहे थे और मैं उन्हें पूरी तरह से सहज करना चाहता था। राहुल ने मिश्रित जोन में कहा, शिखर और रोहित पिछले 3-4 साल से शानदार शुरुआत दे रहे हैं। मुझे अपने समय का इंतजार करना पड़ा और मुझे खुशी है कि मैंने पारी का आगाज किया। दोनों के बीच 136 रन की साझेदारी के दौरान कुछ मौके आए जब संवादहीनता के कारण रोहित रन आउट हो सकते थे।
रोहित ने कहा कि यह एक नई तरह की चुनौती है लेकिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में हर दिन एक नई चुनौती सामने होती है। उन्होंने कहा, इस तरह की चुनौतियां आती हैं। वे 2 रन लेना चाहते थे और मैं एक। यह छोटी-छोटी बातें हैं लेकिन हम दोनों ही रन आउट नहीं होना चाहते थे।
उन्होंने कहा, हमने पाकिस्तान के खिलाफ मैच के दौरान काफी बातें कीं। अब मुझे पता है कि आगे कुछ मैचों में वही पारी का आगाज करेंगे तो यह तालमेल और बेहतर होगा। बातचीत बहुत जरूरी है क्योंकि इससे दोनों को मदद मिलेगी। राहुल के लिए सबसे बड़ी चुनौती मोहम्मद आमिर का पहला स्पैल खेलना था। उन्होंने कहा, नई गेंद फेंकने वाले किसी भी गेंदबाज को संभलकर भांपना होता है। हमने पहले स्पैल में वही किया।