एक तरफ पाकिस्तान के दर्शक इंग्लैंड के खिलाफ मैच में भारतीय टीम का खुलकर न सिर्फ सपोर्ट करेंगे बल्कि जीत की दुआएं भी करेंगे, वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान के ही एक पूर्व खिलाड़ी दावा कर रहे हैं कि भारतीय टीम अपने मैच जानबूझकर हार जाएगी, ताकि पाकिस्तान सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर हो जाए।
गौरतलब है कि इंग्लैंड अंकतालिका में 7 अंकों के साथ चौथे नंबर पर है, लेकिन अगर वह भारत के खिलाफ मुकाबला हार जाता है तो उसकी सेमीफाइनल में जाने की संभावना पाकिस्तान के प्रदर्शन पर निर्भर करेगी। इंग्लैंड का अंतिम मुकाबला न्यूजीलैंड से होगा, यदि वह भारत से हारने के बाद यदि यह मुकाबला जीत भी लेता है तो उसके 10 अंक होंगे।
दूसरी पाकिस्तान के इस समय 7 अंक हैं और उसके अगले मुकाबले तुलनात्मक रूप से हलकी टीमों- बांग्लादेश और अफगानिस्तान से हैं। यदि वह दोनों मुकाबले जीत लेता है उसके अंक 11 हो जाएंगे। ऐसे में सेमीफाइनल में जाने का उसका रास्ता साफ हो जाएगा।
बड़ी बात तो यह है कि यह सवाल उठा ही क्यों? दरअसल, पाकिस्तान के पूर्व खिलाड़ी बासित अली ने दावा कि है कि भारत इंग्लैंड के खिलाफ जान-बूझकर मैच हार जाएगा ताकि पाकिस्तान को विश्वकप की दौड़ से बाहर रखा जा सके। बासित ने अपनी बात के पक्ष में यह भी तर्क दिया कि 1992 के विश्वकप में न्यूजीलैंड टीम भी पाकिस्तान से जानबूझकर हारी थी, ताकि सेमीफाइनल मुकाबला वह अपने देश में खेल सके।
हालांकि क्रिकेट की दुनिया के लोग बासित अली के इस बयान को पब्लिसिटी स्टंट से ज्यादा कुछ नहीं मान रहे हैं। हालांकि विश्व के दावेदारों को लेकर लगाई जा रही अटकलों पर भरोसा करें तो भारत कभी नहीं चाहेगा कि वह सेमीफाइनल या फाइनल में इंग्लैंड से भिड़े क्योंकि भारत के अलावा इंग्लैंड को भी विश्वकप का सबसे बड़ा दावेदार माना जा रहा है। अब यह तो वक्त ही बताएगा कि बासित के दावे में दम है या पाकिस्तानी दर्शकों की दुआओं में।