World Cup 2019 में श्रीलंका के लिए खतरे की घंटी बन सकती है, अफगानिस्तान
सोमवार, 3 जून 2019 (16:03 IST)
कार्डिफ। आईसीसी विश्व कप में पदार्पण कर रही मजबूत इरादों वाली अफगानिस्तान के लिए यह दुर्भाग्य रहा कि उसे अपने पहले ही मुकाबले में गत चैंपियन ऑस्ट्रेलिया की चुनौती का सामना करना पड़ गया, लेकिन मंगलवार को उसके पास अन्य एशियाई टीम श्रीलंका के खिलाफ वापसी करने का सुनहरा अवसर होगा जिसे वह पहले भी उलटफेर का शिकार बना चुकी है।
अफगानिस्तान को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले मैच में 7 विकेट से हार झेलनी पड़ी थी जबकि श्रीलंकाई टीम को न्यूजीलैंड ने एकतरफा अंदाज में 10 विकेट से रौंदा था। दोनों ही एशियाई टीमों के बीच मंगलवार को कार्डिफ में होने वाला मुकाबला काफी रोमांचक होगा जहां दोनों की कोशिश वापिस लय हासिल करने की होगी। हालांकि मौजूदा फॉर्म को देखा जाए तो अफगान टीम को आईसीसी टूर्नामेंट का भले ही कोई अनुभव न हो लेकिन श्रीलंका पर उसे भारी माना जा रहा है।
श्रीलंका को अपने दोनों अभ्यास मैचों में दक्षिण अफ्रीका से 67 रन तथा ऑस्ट्रेलिया से 5 विकेट से हार झेलनी पड़ी थी जबकि एशिया की सबसे मजबूती से उभरती हुई टीम अफगानिस्तान ने पहले अभ्यास मैच में पूर्व चैंपियन पाकिस्तान को 3 विकेट से पराजित किया था। हालांकि वह दूसरा मैच इंग्लैंड से हार गई थी।
वर्ष 2018 में 50 ओवर प्रारूप में हुए एशिया कप मुकाबले में भी अफगानिस्तान की टीम श्रीलंका के खिलाफ 91 रन के बड़े अंतर से जीत दर्ज कर चुकी है और उसकी कोशिश मंगलवार को इसी प्रदर्शन को दोहराते हुए आईसीसी विश्व कप में अपनी पहली ऐतिहासिक जीत दर्ज करने की होगी।
गुलबदिन नाइब की कप्तानी वाली अफगान टीम को हालांकि किसी उलटफेर के लिए अपने प्रदर्शन में व्यापक सुधार के साथ पिछली गलतियों से सबक लेना होगा। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछले मुकाबले में उसका बल्लेबाजी क्रम उसकी कमजोरी रहा था जिसमें रहमत शाह के 43 रन और नजीबुल्लाह जादरान के 51 रन के अलावा अन्य खिलाड़ी बड़ा स्कोर नहीं बना सका।
वैसे उसके पास मोहम्मद शहज़ाद, हज़रतुल्लाह जजई, कप्तान नाइब और राशिद खान के रूप में अच्छे स्कोरर हैं जो श्रीलंका के खिलाफ महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं। दुनिया के बेहतरीन स्पिनरों में गिने जाने वाले राशिद निचले क्रम पर अच्छा स्कोर कर सकते हैं जिन्होंने पिछले मैच में 11 गेंदों में 2 चौके और 3 छक्के लगाकर ताबड़तोड़ 27 रन बनाए थे।
हालांकि टीम का गेंदबाजी क्रम काफी मजबूत है और राशिद, मुजीब उर रहमान, मोहम्मद नबी के रूप में उसके पास बेहतरीन स्पिन तिकड़ी है जबकि दौलत जादरान, हामिद हसन उपयोगी मध्यम तेज गेंदबाज हैं। यदि टीम एक इकाई के तौर पर खेलती है तो श्रीलंका के लिए बड़ा खतरा हो सकती है।
दूसरी ओर 10 विकेट की एकतरफा हार के बाद मनोवैज्ञानिक दबाव झेल रही श्रीलंका के लिए यह मैच काफी अहम होगा जहां उस पर वापसी के साथ लय हासिल करने के साथ गैर अनुभवी अफगानिस्तान के खिलाफ सम्मान बचाना भी जरूरी है। श्रीलंका ने न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच में कई मौकों पर गेंद टपकायी जबकि बल्लेबाजी क्रम फ्लॉप रहा जिसमें कोई बड़ी साझेदारी नहीं बन सकी।
टीम के केवल तीन बल्लेबाज ही दहाई के आंकड़े में पहुंच सके जिसमें केवल कप्तान दिमुथ करूणारत्ने ने ही विकेट पर टिकने का जज्बा दिखाया और नाबाद 52 रन बनाए। लाहिरू तिरिमाने, कुशल परेरा, कुशल मेंडिस और अनुभवी एंजेलो मैथ्यूज टीम के अच्छे बल्लेबाज हैं और उन्हें अपने प्रदर्शन में सुधार लाना होगा। टीम पिछले काफी समय से इंग्लिश पिचों पर शॉर्ट गेंदों का अभ्यास भी कर रही है लेकिन उसे बेहतर रणनीति के साथ उतरना होगा।
लसिथ मलिंगा टीम के अनुभवी गेंदबाज हैं हालांकि पिछले मैच में वह भी 5 ओवर में 46 रन देकर सबसे महंगे रहे थे और कोई विकेट नहीं ले सके थे। सुरंगा लकमल, तिषारा परेरा, स्पिनर जीवन मेंडिस से भी बेहतर गेंदबाजी की अपेक्षा रहेगी जो न्यूजीलैंड के खिलाफ विफल रहे थे।