मिकी आर्थर का नया बहाना, जरूरत से ज्यादा सुरक्षा ने डुबाई पाक की लुटिया
शुक्रवार, 3 नवंबर 2023 (17:50 IST)
पाकिस्तान क्रिकेट टीम के निदेशक मिकी आर्थर ने शुक्रवार को कहा कि मौजूदा विश्व कप में टीम के निराशाजनक प्रदर्शन के लिए खिलाड़ियों के आसपास कड़ी सुरक्षा व्यवस्था है भी एक बड़ी वजह है क्योंकि इससे वह होटल के कमरों तक ही सीमित रह गये हैं।पाकिस्तान अपने सात में से चार मैच हार चुका है और सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए उसे बाकी दोनों मैच जीतने होंगे। टीम शनिवार को यहां न्यूजीलैंड के खिलाफ मैदान में उतरेगी।
आर्थर ने मैच पूर्व संवाददाता सम्मेलन में कहा, हमारे लिए सबसे मुश्किल स्थिति यह है कि हम कड़ी सुरक्षा के बीच हैं और सच कहूँ तो मुझे यह कठिन लगा। यह लगभग वैसा ही है जैसे हम फिर से कोविड काल में आ गए हैं। आप यहां होटल में आप अपनी मंजिल और अपनी टीम के कमरे तक ही सीमित रहते हैं।
उन्होंने कहा, सुरक्षा इतनी कड़ी है कि हमारा नाश्ता भी दूसरों से अलग कमरे में होता है।आर्थर ने कहा कि इतने लंबे टूर्नामेंट के दौरान खिलाड़ी आपस में घुलने-मिलने में असमर्थ रहे है और इसने उन पर गहरा प्रभाव डाला है।उन्होंने कहा, हमारे खिलाड़ियों को स्वच्छंद होकर रहने की आदत है। इस दौरे पर वह अपनी मर्जी से बाहर निकलने और अलग-अलग जगहों पर जाने सक्षम नहीं रहे है। यह कठिन और दमघोंटू जैसा है।
नाश्ता करने के बाद कमरे में चले जाते थे खिलाड़ी
दोनों देशों के बीच के इतिहास और कूटनीतिक तनाव को देखते हुए भारत में पाकिस्तानी टीम के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गयी है। जिन होटलों में पाकिस्तानी दल रुकता है, वहां किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए 24 घंटे निगरानी रखी जाती है।पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम हालांकि रविवार को कोलकाता में एक लंबी ड्राइव पर गये थे।
दक्षिण अफ्रीका के आर्थर ने कहा कि टीम ने होटल के अंदर ही खिलाड़ियों के मनोरंजन की कोशिश की है लेकिन यह बाहरी दुनिया के साथ वास्तविक मुलाकात इतना प्रभावी नहीं है।उन्होंने कहा, यह कुछ ऐसा है कि आप नाश्ता करने के बाद अगर अभ्यास सत्र नहीं है तो वापस अपने कमरे में चले जाते है। हमने टीम रूम के अंदर छोटे-छोटे मनोरंजक टीम कार्यक्रम आयोजित करने की कोशिश की है। लेकिन आप केवल इतना ही कर सकते हैं।
अर्थर ने कहा, मुझे लगता है कि वे लोग तीन बार बाहर गये हैं। हम सुरक्षा के साथ ऐसा करने में कामयाब रहे हैं, उन्हें एक अलग रेस्तरां में ले गए हैं। हम चाहते है कि वे बाहरी दुनिया का लुत्फ उठाये।(भाषा)