खबरों के अनुसार, पीड़िता के बयान पर पुलिस ने आरोपी एडवोकेट प्रमोद कुमार लाल (53) के खिलाफ जबरन शराब पिलाकर मारपीट और दुष्कर्म करने का मामला दर्ज कर रविवार रात उसे गिरफ्तार कर लिया। संगम विहार निवासी आरोपी को कोर्ट में पेश करने के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
हिमाचल प्रदेश निवासी पीड़िता बाद में अपने बयान से पलट न जाए, इसलिए 164 के तहत उसके बयान भी दर्ज किए गए। पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर मामले की जांच कर रही है। बार एसोसिएशन ने आरोपी की सदस्यता को निलंबित कर दिया है।
पुलिस के अनुसार, दूसरा शनिवार होने के कारण कोर्ट की छुट्टी थी। इसके बाद भी आरोपी ने पीड़िता को कॉल कर केस पर चर्चा करने के लिए चेंबर में बुलाया। पीड़िता शाम को दूसरी मंजिल पर स्थित चेंबर में पहुंची। आरोपी पहले से चेंबर में मौजूद था। वह शराब के नशे में था।
पीड़िता जैसे ही चेंबर में पहुंची, आरोपी चेंबर अंदर से बंद कर केस के सिलसिले में बात करने लगा। आरोपी ने पीड़िता की नाक दबाकर उसके मुंह में जबरदस्ती शराब डाल दी, फिर जबरन उसके कपड़े उतारे। चिल्लाने पर पीड़िता का मुंह दबाकर उसके साथ मारपीट कर बलात्कार किया।
वारदात के बाद पीड़िता नग्न अवस्था में चेंबर नंबर 264 के बाहर पड़ी थी। कोर्ट परिसर में रहने वाले करनैल सिंह ने पीड़िता को देखा। दोनों एम्स ट्रॉमा सेंटर गए। यहां पीड़िता ने डॉक्टर को पूरी बात बताई। मामला पुलिस के पास पहुंचने के बाद पीड़िता की मेडिकल जांच करवाई गई। पीड़िता के मुताबिक वह चेंबर नंबर 264 के बाहर कैसे पहुंची, उसे खुद भी पता नहीं।