उन्होंने कहा कि पिछले एक हफ्ते से बैंकों में स्थिति नियमित दिनों के जैसी ही रही। घाटकोपर निवासी श्यामलाल धुलिया ने कहा कि मैंने नोटबंदी की घोषणा के बाद पहले दो हफ्ते में ही अपना सभी बचत जमा कराया। मैं थोड़ा और धर्य रख सकता था और अंतिम कुछ दिनों में जमा कर सकता था क्योंकि मेरे घर के पास की शाखा में भीड़ नहीं थी। बहरहाल, नकदी निकालने के लिए कतार भी छोटी हो गई। वहीं, कई एटीएम अब भी बंद हैं।
धुलिया ने कहा कि उनके घर के पास तीन एटीएम पिछले एक महीने से अनियमित अंतराल पर काम कर रहा है। उपनगर अंधेरी में एक किराना दुकान के मालिक ने कहा, ‘‘एटीएम के बाहर भले ही बहुत ज्यादा भीड़ नहीं हो लेकिन खासकर चालू खाता धारकों के लिए नकदी संकट बना हुआ है। (भाषा)