वेबदुनिया की नई सज-धज के साथ आपका प्रिय स्तंभ 'पाठकों के पत्र' भी एक बार फिर नए रूप-रंग में प्रस्तुत है। इसके माध्यम से आप अपनी प्रतिक्रियाएँ प्रेषित कर सकते हैं, जिन्हें हम साप्ताहिक रूप से प्रकाशित करेंगे। आप न्यूनतम 50 और अधिकतम 100 शब्दों में अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त कर सकते हैं। - संपादक
‘पराक्रम की गौरवगाथा’ आलेख बहुत अच्छा लगा। मेरे पिता भी भारतीय सेना में थे। ऑपरेशन रक्षक में उन्होंने स्वयं का बलिदान दिया था। मैं त्याग और बलिदान का महत्व जानता हूँ, इसलिए हर सैनिक का सम्मान करता हूँ।
कारगिल दिवस पर विशेष सामग्री प्रकाशित कर आपने हमारे शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की है और सेना तथा देश का मनोबल बढ़ाया है. इस पुनीत कार्य के लिए धन्यवाद.
‘फोटोगुनिया एक चीठा बुखार’, व्यंग्य बहुत अच्छा लगा। वेबुदनिया के प्रयास काबिल-ए-तारीफ हैं। क्या मैं अपनी कहानियाँ भी वेबदुनिया में प्रकाशनार्थ भेज सकता हूँ।
वेबदुनिया बहुत अच्छी और जानकारियों से परिपूर्ण वेबसाइट है। मुझे ज्योतिष के बारे में और जानकारियाँ चाहिए। मैं ज्योतिष विद्या के बारे में सीखना चाहता हूँ। कृपया इस संबंध में और भी लेख प्रकाशित करें।