पीएम मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार के 11 वर्ष पूरे, जानिए कैसे बने नरेंद्र मोदी सफल लीडर, जरूर लें ये 5 खास टिप्स

WD Feature Desk

सोमवार, 9 जून 2025 (17:35 IST)
आज के दौर में हर कोई चाहता है कि उसकी एक पहचान हो, लोग उसकी बातों को सुनें और फॉलो करें, और वह खुद एक इंस्पिरेशन बने। लेकिन लीडर बनना सिर्फ एक पोजीशन पाना नहीं होता, ये एक जिम्मेदारी, सोच, और लगातार खुद को बेहतर करने की प्रक्रिया है। अगर आप लीडरशिप के सफर पर चलना चाहते हैं, तो आपको उन लोगों से सीखना होगा जिन्होंने ग्राउंड जीरों से उठकर दुनिया में अपनी लीडरशिप का डंका बजाया है।
 
जब हम भारत की राजनीति, पब्लिक स्पीकिंग, और गवर्नेंस में सबसे प्रभावशाली लीडर्स की बात करते हैं, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम सबसे आगे आता है। चाहे उनका कम्युनिकेशन स्टाइल हो, उनकी टाइम मैनेजमेंट स्किल्स, या फिर पब्लिक कनेक्ट, हर जगह वो एक मजबूत लीडर की परिभाषा पेश करते हैं। तो अगर आप भी चाहते हैं कि लोग आपकी बातों को सुनें, आपके फैसलों पर भरोसा करें, और आपमें एक नैचुरल लीडरशिप क्वालिटी विकसित होतो पीएम मोदी से सीखिए ये 5 जबरदस्त और प्रैक्टिकल लीडरशिप टिप्स जो आपको भी बना सकते हैं एक पावरफुल, स्मार्ट और प्रभावशाली लीडर - 
 
1. क्लियर विजन और मजबूत इरादे 
पीएम मोदी हमेशा अपने मिशन और विज़न को लेकर क्लियर रहते हैं। चाहे वो स्वच्छ भारत अभियान हो या मेक इन इंडिया, हर पहल उनके स्पष्ट उद्देश्य और ठोस इरादों की पहचान है। एक लीडर को पता होना चाहिए कि उसे कहां पहुंचना है। जब आपकी सोच में क्लैरिटी होती है, तब टीम भी आप पर भरोसा करती है। आप इससे ये टिप ले सकते हैं कि आप अपने लक्ष्य को डेली डायरी में लिखें, उसकी वजह समझें और हर हफ्ते खुद से सवाल पूछें कि आपने उसके लिए क्या किया।
 
2. कम्युनिकेशन में हो दम 
पीएम मोदी की स्पीच देने की कला लाखों को प्रेरित करती है। चाहे वो रेडियो पर "मन की बात" हो या अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भाषण, उनका हर शब्द सोच-समझकर बोला जाता है। एक लीडर वही होता है जो अपनी बात को सरल, सटीक और असरदार ढंग से सामने रख सके। रोजाना खुद से बात करने का अभ्यास करें, मिरर के सामने बोलें, और TED Talks जैसे प्लेटफॉर्म्स से पब्लिक स्पीकिंग सीखें।
 
3. टाइम मैनेजमेंट और अनुशासन
पीएम मोदी की दिनचर्या बेहद अनुशासित है। वे सुबह 4 बजे उठते हैं, योग करते हैं और हर मिनट को प्रोडक्टिव बनाते हैं। उनके शेड्यूल में फोकस, प्लानिंग और टाइम की वैल्यू झलकती है। एक अच्छे लीडर के लिए समय सबसे बड़ी पूंजी है। डिजिटल प्लानर या Google Calendar का इस्तेमाल करें, दिन के टॉप 3 काम तय करें और उन्हें बिना टालमटोल के पूरा करें।
 
4. आलोचना को अपनाइए 
पीएम मोदी पर जितनी तारीफ होती है, उतनी ही आलोचना भी। लेकिन वो हर फीडबैक को सुनते हैं, समझते हैं और जरूरत पड़ने पर पॉलिसी में बदलाव भी करते हैं। एक लीडर वही है जो सिर्फ वाहवाही नहीं, बल्कि कठिन सवालों और असहमति को भी समझदारी से हैंडल कर सके। सोशल मीडिया कमेंट्स से घबराएं नहीं। Constructive Criticism को अलग पहचानें और उसे अपना ग्रोथ टूल बनाएं।
 
5. लोकल से ग्लोबल सोच 
पीएम मोदी ने "वोकल फॉर लोकल" जैसी मुहिम चलाई और उसी के साथ वैश्विक मंचों पर भारत की ब्रांड वैल्यू को ऊंचा उठाया। लीडरशिप में एक पैर जमीन पर और दूसरा आसमान की ओर होना चाहिए। तभी आप न सिर्फ टीम या कंपनी, बल्कि एक पूरी सोच को लीड कर पाएंगे। अपने आसपास के लोगों की जरूरतों को समझें और फिर उसे बड़े स्केल पर कैसे लागू कर सकते हैं, इस पर सोचें। 
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